भोपाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार जनता और देश के हित में कोई बड़े कदम उठा रहे है। फिर चाए वो गरीब हो या मध्यवर्गी। सरकार हर वर्ग के लिए अक्सर कोई तरह के योजनाएं लेकर आती है। ताकि देश की जनता आसानी से अपना जीवन व्यापम कर सके। इसी कड़ी में सरकार के द्वारा देश के सभी गरीब वर्ग के लोगों का इलाज करवाने के लिए आयुष्मान योजना शुरू की थी। ताकि देश के लोग काम पैसों में अपना इलाज करवा सके। लेकिन इस योजना का लाभ एक निश्चित वर्ग के लोगों को ही मिलता था। लेकिन अब इस योजना का लाभ संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा ऊषा कर्मियों को भी दिया जायेगा।
संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलेगा लाभ
बता दें कि सरकार द्वारा जारी आदेश के तहत अब प्रदेश के संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी, आशा-ऊषा कार्यकर्ता, सहायिका, पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, कोटवार सहित अन्य कर्मचारियों के संवर्ग को भी आयुष्मान कार्ड का लाभ मिलेगा। इस आशय का आदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किया गया है। इसके साथ ही इन लोगों के लिए कुछ नियम और कानून भी बनाए गए है। जिसके आधार पर ही वे लोग लाभ उठा सकेंगे।
जानें पात्रता और नियम
= योजना का लाभ उन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा, जिनके परिवार का कोई भी सदस्य गत तीन वर्षों में से किसी भी वर्ष में आयकर दाता हो।
= परिवार का कोई सदस्य किसी अन्य शासकीय योजना से नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता हो या जिस परिवार का कोई सदस्य शासकीय कर्मचारी होने के साथ-साथ राज्य या केंद्र सरकार की किसी अन्य योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए पात्र हो वह इसका लाभ नहीं ले सकता है।
=शासकीय कर्मचारी के उपचार पर होने वाले संभावित व्यय की प्रतिपूर्ति स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत प्रविधानित कर की जाएगी
5 लाख तक मिलेगा लाभ
=आयुष्मान योजना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिका, पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, आशा तथा ऊषा कार्यकर्ता, आशा सुपरवाईजर, कोटवार और संवीदा कर्मियों को प्रतिवर्ष प्रति परिवार 5 लाख रूपये का स्वास्थ्य सुरक्षा लाभ स्वीकृत किया गया है।
=आयुष्मान भारत निरामयम योजना में पूर्व में स्वीकृत पात्र श्रेणियों में इन नई श्रेणियों को भी शामिल किया गया है। इस आशय का आदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किया गया है।आयुष्मान योजना में कुछ परिवारों को अपात्र भी घोषित किया गया है।
= ऐसे परिवार जिसका कोई भी सदस्य गत तीन वर्षों में से किसी भी वर्ष में आयकर दाता हो,ऐसे परिवार जिसका कोई भी सदस्य किसी अन्य शासकीय योजना से निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता हो और ऐसापरिवार जिसका कोई भी सदस्य शासकीय कर्मचारी होने के साथ-साथ राज्य शासन अथवा केन्द्र शासन की किसी अन्य योजना अंतर्गत निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के पात्र हो शामिल होंगे।
इन लोगों को नहीं दी जाएगी सुविधा
1- यह सुविधा उन लोगों को नहीं दी जाएगी जिनके पास टू-व्हीलर, थ्री व्हीलर या कार हो।
2- सरकारी कर्मचारियों को भी इस सुविधा का लाभ नहीं दिया जाएगा।
3- वे लोग आयुष योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे जिनकी मासिक आय 10,000 से ज्यादा है।
4- जिनके पास कृषि से संबंधित मशीनरी या उपकरण हैं वे इस सुविधा का लाभ नहीं ले पाएंगे।
5- साथ ही उन लोगों को भी इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा जिने घर अच्छे से बने हो।
6- जिन लोगों के पास किसान कार्ड होगा उन्हें भी इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।
7- आयुष्मान योजना का लाभ उन लोगों को नहीं दिया जाएगा जिनके पास 5 एकड़ से अधिक कृषि से संबंधित जमीन होगी।
8- इसके साथ ही जिनके घरों में फ्रीज या लैंडलाइन फोन होगा वे इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे।
इन प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड
कुमाऊं का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सुशीला तिवारी और बेस अस्पताल, महिला अस्पताल में तो आयुष्मान कार्ड चलता ही है, इसके अलावा हल्द्वानी शहर के प्राइवेट अस्पताल बृजलाल, साईं अस्पताल, उजाला सिग्नस सेंट्रल अस्पताल, शुभानु आई हॉस्पिटल, दृष्टि हॉस्पिटल और कई अस्पतालों में आयुष्मान का कार्ड का लाभ मिल रहा है.
कौन-कौन से टेस्ट हैं मुफ्त
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अरुण जोशी ने बताया कि ससुरा दिवाली अस्पताल में आने वाले मरीज आयुष्मान कार्ड से इलाज का लाभ उठा रहे हैं. सरकारी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड में 59 जांचें मुफ्त कराई जाती हैं, जिसमें ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे से लेकर सभी महत्वपूर्ण जांचें मुफ्त होती हैं. आयुष्मान कार्ड के जरिये मलेरिया बुखार , HIV ,बच्चेदानी की सर्जरी , मोतिया बिंद, हर्निया, पाईल्स, ह्रदय रोग और TV जैसी बीमारी का इलाज ये सब इलाज मुफ्त में किए जाते हैं।