रायपुर: फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। ब्राह्मण समाज के खिलाफ की गई उनकी विवादित टिप्पणी के चलते उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सिटी कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई पंडित नीलकंठ त्रिपाठी की शिकायत पर की गई है।
विवाद की शुरुआत:
दरअसल, अनुराग कश्यप की फिल्म 'फुले', जो समाज सुधारक जोड़ी ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है, 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी। लेकिन फिल्म पर जातिवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए, और सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में कई बदलाव करवाए। इसके बाद, फिल्म की रिलीज डेट टाल दी गई। इससे परेशान होकर अनुराग ने केंद्र सरकार, ब्राह्मण समुदाय और सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी टिप्पणी के कारण यह विवाद बढ़ा और अब उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
1 लाख रुपये का इनाम:
पुलिस ने कश्यप के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 196 और 302 के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले, उनके खिलाफ इंदौर, मुंबई, दिल्ली, जयपुर सहित कई शहरों में भी शिकायतें दर्ज की गई हैं। चाणक्य सेना और अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के नेता सुरेश मिश्रा ने घोषणा की है कि कश्यप का मुंह काला करने वाले व्यक्ति को 1 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
अपनी टिप्पणी पर मांगी माफी:
बढ़ते विवादों के बीच, अनुराग कश्यप ने अपनी टिप्पणी पर माफी भी मांगी है। उन्होंने कहा कि "यह मेरी माफी है, मेरी पोस्ट के लिए नहीं बल्कि उस एक पंक्ति के लिए जिसे संदर्भ से बाहर निकाल दिया गया और जो नफरत पैदा कर रही है।" उन्होंने आगे कहा, "कोई भी काम या भाषण इस लायक नहीं है कि आपकी बेटी, परिवार, दोस्त और सहकर्मियों को संस्कार के सरगनाओं से बलात्कार और मौत की धमकियां मिलें।" उन्होंने यह भी कहा, "कही हुई बात वापस नहीं ली जा सकती और ना ही लूंगा।" उन्होंने ब्राह्मण समाज से माफी भी मांगी, लेकिन यह मामला अब कानूनी प्रक्रिया में है।
समाज में प्रतिक्रिया:
इस विवाद के बाद, ब्राह्मण समाज में रोष है। गाजियाबाद में महासभा की बैठक आयोजित की गई, जिसमें कश्यप के खिलाफ एफआईआर की मांग की गई। रामपुर में भी ब्राह्मण समाज ने उनके बयान की निंदा की और कानूनी कार्रवाई की मांग की।