रायपुर। देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा पीएम आयुष्मान वय-वंदना योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत 70 से ज्यादा आयु वाले नागरिकों को निः शुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और सीएम साय की मार्गदर्शन में प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों ने अब तक 3 लाख 60 हजार से अधिक आयुष्मान वय-वंदना कार्ड बनवा लिया हैं। जिस वजह से पूरे देश में छत्तीसगढ़ को वय वंदना कार्ड बनाने के मामले में पांचवां स्थान मिला है. वहीं दूसरी ओर इस मामले में महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों से आगे निकल गया है, और यह कीर्ति मान स्थापित किया है.
आयुष्मान कार्ड बनवाने लगाया शिविर:
राज्य के सभी जिलों में विशेष अभियान चलाकर मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर आयुष्मान वय-वंदना कार्ड बनाया जा रहा हैं. जिससे निःशुल्क इलाज लाभ पाने से कोई भी पात्र वरिष्ठ नागरिक योजनांतर्गत् वंचित ना रहे.जिलों में आयुष्मान वय-वंदना पंजीयन हेतु विभिन्न शासकीय विभागों के अतिरिक्त, सामाजिक संस्थाओं, पेंशनर संथाओं, शियान-सदन, वरिष्ठ-जन कल्याण संघों, वृद्धाश्रमों, निजी आवासीय सोसायटियों, इत्यादि से लगातार संपर्क कर शिविर लगाए जा रहे हैं।
इन कार्यालयों में बनेगा आयुष्मान कार्ड:
जानकारी के मुताबिक कोई भी व्यक्ति जिसके घर के सदस्य या उनके माता-पिता यदि 70 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, और उनके पास आधार कार्ड उपलब्ध है तो वह निःशुल्क आयुष्मान कार्ड अपने नजदीकी सीएमएचओ मुख्य चिकित्सा, शासकीय चिकित्सालय या स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में शासकीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से बनवा सकते हैं. और अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री टेलीफोन नंबर 104 पर बात कर सकते हैं। इसके अलावा आप आयुष्मान भारत एप और आधार फेस आईडी एप डाउनलोड कर अपना आधार वेरीफिकेशन से घर के वरिष्ठ सदस्य का आयुष्मान वय-वंदना कार्ड या सामान्य आयुष्मान कार्ड दोनों का पंजीयन स्वयं कर सकते हैं। आपको बता दें कि माह अक्टूबर 2024 से देश में प्रारंभ वय-वंदना कार्ड पंजीयन में राज्य में नवंबर के बाद तेजी से कार्य किया जा सका है।
'वय-मित्र' के रूप में हो रहा विकसित:
राज्य शासन द्वारा 6 जिलों जहां 60 प्रतिशत से अधिक आयुष्मान वय-वंदना कार्ड पंजीयन कवरेज कर लिया गया है। 'वय-मित्र' जिलों के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसके तहत् इन जिलों में वरिष्ठ नागरिकों को जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘वय-मित्र स्वास्थ्य परीक्षण शिविर’ का आयोजन, ‘मोबाइल मेडिकल यूनिट’ के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।