BJP National President : देश का सबसे बड़ा राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी को अबतक अपना नया अध्यक्ष नही मिल पाया है। हालांकि पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लेकर कोई अधिकारिक घोषणा नही हुई है। वही पहलगाम आतंकी हमला और आॅपरेशन सिंदूर के चलते नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पर विराम लग गया था, लेकिन हाल ही में मिली सूत्रों की जानकारी के अनुसार बीजेपी में नए अध्यक्ष को लेकर विचार मंथन का दौर शुरू हो गया है। सूत्रों की माने तो जून के मध्य तक अध्यक्ष के नाम को फाइनल किया जा सकता है और महीने के अंत तक नाम का ऐलान किया जा सकता है।
राम माधव होंगे नए अध्यक्ष?
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर बीजेपी महीनों से कई नाम चर्चा में बने हुए थे। बीते करीब दो महीनों में नए अध्यक्ष का मामला ठंड़ा रहा, लेकिन अब चर्चा तेज हो गई है और इस चर्चा में नया नाम निकलकर समाने आया है, जो तकरीबन तय माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो राम माधव को पार्टी का नया मुखिया बनाया जा सकता है। राम माधव संघ से आते है। हालांकि वे बीते संघ से हटकर पार्टी में सक्रिय है। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें राज्या का प्रभारी बनाया गया था। जम्मू कश्मीर में पिछले चुनाव में बीजेपी ने गठबंधन की सरकार बनाई थी, उसमें राम माधव ने ही अहम भूमिका निभाई थी।
राज्यों के संगठनात्मक चुनाव पूरे?
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी संविधान के अनुसार देश के राज्यों के संगठनात्म चुनाव पूरे होना जरूरी है। अधिकांश राज्यों में चुनाव पूरे हो चुके है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व जल्द नए अध्यक्ष को लेकर फैसला ले सकता है। सूत्रों की माने तो बीजेपी जल्द से जल्द यूपी, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में अध्यक्ष का फैसला कर सकती है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अध्यक्ष की दौड़ में कौन?
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में कई नाम चर्चा में है, जिनमें से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और अब राम माधव का नाम तेजी से चर्चा में उभरकर सामने आया है।
कौन है राम माधव?
आपको बता दें कि राम माधव आंध्र प्रदेश के रहने वाले है। वे 20 साल की उम्र में ही संघ के प्रचारक बन गए थे। राम माधव को एक रणनीतिकार के रूप में देखा जाता है। 2003 में उन्हें संघ का प्रवक्ता बनाया गया था। 2014 से राम माधव बीजेपी की सक्रिय राजनीति में आए थे। बीजेपी में आने के बाद माधव को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया था। असम में बीजेपी की सरकार बनाने में माधव का हाथ माना जाता है। वही हिमंत बिस्वा सरमा को कांग्रेस से बीजेपी में लाने का श्रय भी राम माधव को दिया जाता है। इतना ही नहीं त्रिपुरा में माधव ने वामपंथी के शासन को उखाड़ फेंका था। संघ का 100 साल पुराना ड्रेस कोड बदलने में माधव का ही योगदान है। राम माध्व 60 साल के है। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और पॉलिटिकल साइंस में मास्टर किया है।
सूत्रों का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया को लेकर केंद्रीय चुनाव समिति गठित की जा सकती है। अब देखना होगा की अपना कार्यकाल खत्म कर चुके मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा को बरकरार रखा जाएगा, या फिर कोई नया चेहरा पार्टी की कमान संभालेगा। और अगर नया अध्यक्ष चुना जाता है तो वो नया चेहरा कौन होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। राम माधव अध्यक्ष बनेंगे या नहीं यह केवल कयास है।