Hemant Khandelwal : केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद हेमंत खंडेलवाल दूसरे ऐसे नेता हैं जो मध्य क्षेत्र से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से पहले शिवराज मई 2005 से फरवरी 2006 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके शिवराज सिंह चौहान पिछड़ा वर्ग से हैं, जबकि हेमंत खंडेलवाल सामान्य वर्ग से आते हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों के कार्यकाल पर नजर डालें तो इस पद पर मालवा-निमाड़ अंचल के नेताओं को सबसे ज्यादा 8 को प्रदेश अध्यक्ष बनने का मौका मिला है। दूसरे नंबर पर ग्वालियर अंचल रहा, जहां से 4 बार प्रदेश में भाजपा का मुखिया रहा।
महाकौशल से दो बार नेतृत्व
महाकौशल क्षेत्र से भाजपा को दो बार प्रदेशाध्यक्ष मिला। पहली बार सामान्य वर्ग के शिवप्रसाद चनपुरिया 1985 से 1986 से तक अध्यक्ष रहे। दूसरी बार इसी वर्ग के राकेश सिंह को मौका मिला। वे 2018 से 2020 तक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रहे। वर्तमान में राकेश सिंह पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं। अविभाजित मध्य प्रदेश के समय छत्तीसगढ़ के दो नेता भी मप्र भाजपा अध्यक्ष रहे हैं। रायगढ़ से सामान्य वर्ग के लखीराम अग्रवाल ने 1990 से 1994 तक और आदिवासी वर्ग से नंदकुमार साय ने 1997 से 2000 तक प्रदेश संगठन की कमान संभाली थी।
नरेंद्र तोमर को दो बार मौका
ग्वालियर-चंबल से संगठन को 4 बार नेतृत्व करने का मौका मिला। सामान्य वर्ग के नरेंद्र सिंह तोमर को दो बार कमान सौंपी गई। पहली बार वे 2006 से 2010 तक और दूसरी बार 2012 से 2014 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2014 में वो मोदी कैबिनेट में शामिल हुए। इसके बाद कमान सामान्य वर्ग के प्रभात झा को मिली। वे 2010 से 2013 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे। मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष सामान्य वर्ग के वीडी शर्मा भी चंबल से हैं। उन्हें 2020 में संगठन की कमान सौंपी गई थी।
इन्होंने भी संभाली कमान
मालवा-निमाड़ क्षेत्र से भाजपा ने सबसे ज्यादा 8 बार संगठन को नेतृत्व दिया। भाजपा के पहले प्रदेशाध्यक्ष रहे सामान्य वर्ग के सुंदरलाल पटवा मंदसौर से थे। इस पद पर वे दो बार रहे। पहली बार 1980 से 1983 तक और दूसरी बार 1986 से 1990 तक। इसके बाद सामान्य वर्ग से ही रतलाम के लक्ष्मीनारायण पाण्डे 1994 से 1997 तके प्रदेशाध्यक्ष रहे। धार के पिछड़ा वर्ग के विक्रम वर्मा 2000 से 2002 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे। इसी तरह देवास से इसी वर्ग के कैलाश जोशी ने 2002 से 2005 तक संगठन का नेतृत्व किया। उज्जैन के अजा वर्ग के सत्यनारायण जटिया फरवरी 2006 से नवंबर 2006 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे। खंडवा सांसद रहे सामान्य वर्ग के नंदकुमार सिंह चौहान इस पद पर 2016 से 2018 तक रहे।
ये बने प्रस्तावक
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संगठन पर्व की प्रक्रिया एक जुलाई मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रारंभ हुई। केंद्रीय मंत्री व मध्यप्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव अधिकारी धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक सरोज पाण्डेय और राज्य निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर के समक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक हेमंत खंडेलवाल का प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन-पत्र जमा कराया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेन्द्र कुमार, सावित्री ठाकुर, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल, प्रदेश शासन के मंत्री राकेश सिंह, प्रहलाद सिंह पटेल एवं कैलाश विजयवर्गीय की ओर से पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया, विधायक हेमंत खंडेलवाल के प्रस्तावक बने।