भोपाल : ग्रामीण इलाकों के मजदूरों को रोजगारी की गारंटी देने वाली मनरेगा योजना भी मजदूरों को राहत प्रदान नहीं कर पा रही है। आलम यह है कि मजदूर पैसों की कमी और समय पर मजदूरी न मिलने के चलते दूसरे राज्यों में पालयन कर रहे है। जबकि केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके शिवराज सिंह ने खुद केंद्र को चिट्ठी लिखकर मजदूरी बढ़ाने की माँग की थी। बावजूद इसके पिछले सात साल में मजदूरों की मजदूरी सिर्फ ₹85 बढ़ाई गई। जिस पर कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सरकार को आड़े हाथों लिया है।
मजदूरों की मजबूरी में सिर्फ ₹18 की हुई बढ़ोतरी
उमंग सिंगार ने मनरेगा मजदूरों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर सरकार पर सवाल उठाते हुए तंज कसा हैं। उमंग ने कहा सरकार पर मध्य प्रदेश के 1.81 करोड़ मनरेगा मजदूरों के साथ धोखा कर रही है। शिवराज सिंह चौहान केंद्र मंत्री बनने के बाद गरीब मजदूरों की मजबूरी का मजाक उड़ा रहे है। हाल ही में सरकार द्वारा मजदूरों की मजबूरी में सिर्फ ₹18 की बढ़ोतरी की। जो की पिछले साल की तुलना में काफी काम है। जबकि शिवराज सिंह चौहान ने सीएम पद पर होने के दौरान खुद केंद्र को चिट्ठी लिखकर मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की माँग की थी।
बीजेपी सिर्फ वादों में ‘गरीबों की सरकार
बता दें कि पिछले 7 साल में मध्य प्रदेश सरकार ने मजदूरों की मजदूरी सिर्फ ₹85 की बढ़ोतरी की, जबकि कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु में ₹100 से ज्यादा बढ़े। उमंग ने कहा मजदूरों को रोजगारी की गारंटी देने वाली बीजेपी सरकार सिर्फ वादों में ‘गरीबों की सरकार’, लेकिन ज़मीनी हकीकत – मजदूरों से सौतेला व्यवहार हैं।