Bhopal Railway : जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन जाने वालों ने ट्रेनों में भीड़ बढ़ा दी है। भोपाल से मथुरा व आगरा की ओर जाने वाली डेढ़ दर्जन ट्रेनों में एसी से लेकर स्लीपर कोच लंबी वेटिंग देखने को मिल रही है। ट्रेनों में किसी भी श्रेणी में आरक्षित सीट उपलब्ध नहीं है। भोपाल से मथुरा जाने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों में 14 से 17 अगस्त तक आरक्षित सीट के लिए मारामारी मची हुई है।
अतिरिक्त कोच लगाने की तैयारी
इस रूटों की अधिकांश ट्रेनों में लंबी वेटिंग देखने को मिल रही है। तो वहीं रेल अधिकारियों के अनुसार मथुरा जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कई ट्रेनों को अतिरिक्त अस्थाई ठहराव मथुरा स्टेशन पर देने की योजना है। इसको लेकर रेल बोर्ड को सूचना भेजी है। वहां से अनुमति मिलने के बाद ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने व जिन ट्रेनों का मथुरा स्टेशन पर हाल्ट नहीं है। वहां दो मिनट का स्टॉपेज दिया जाएगा।
एक नजर में ट्रेनों की स्थिति
मथुरा जाने वाली एमपी संपर्क क्रांति, कर्नाटका, तेलंगाना, केरला, मालवा, पातालकोट, समता एक्सप्रेस, गोंडवाना एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में किसी भी श्रेणी की सीट उपलब्ध नहीं है। 40 से 80 की वेटिंग टिकट मिल रही है।
छुट्टी के चलते बढ़ी भीड़
इस बार जन्माष्टमी 16 अगस्त शनिवार को होगी। तो ऐसे में इस साल 15 अगस्त व 17 को रविवार यानी ऐसे तीन दिनों की छुट्टी रहेगी। इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों की मथुरा जाने की योजना बन रही है। इसी के चलते एका-एक मथुरा व आगरा जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग बढ़ गई।
बड़ी संख्या में जाते है मथुरा-वृंदावन
राजधानी भोपाल व प्रदेश के अन्य जिलों से बड़ी संख्या में जन्माष्टमी पर लोग मथुरा-वृंदावन जाते हैं। यह श्रीकृष्ण भक्त जन्माष्टमी से दो से तीन दिन पहले से वहां पहुंच जाते हैं और जन्मोत्सव का लाइव आनंद लेकर भक्ति में रम जाते हैं। साधु संतों की टोलियां भी विभिन्न शहरों से मथुरा पहुंचती हैं। मथुरा-वृंदावन पहुंचने के लिए मंडल के इटारसी, संतनगर, भोपाल आरकेएमपी व विदिशा सहित अन्य प्रमुख स्टेशन से यात्री रवाना होंगे।
दिल्ली के लिए पार्सल बुकिंग बंद
स्वतंत्रता दिवस के चलते दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा इंतजामों के तहत पार्सल सेवा को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। रेलवे ने भोपाल और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर पार्सल बुकिंग और डिलीवरी सेवा पांच दिन के लिए रोक दी है। इस अवधि में न तो कोई पैकेज भेजा जाएगा और न ही प्राप्त किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह कदम स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा एवं निगरानी को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। हालांकि चार दिन बाद पार्सल सेवा पूर्ववत बहाल कर दी जाएगी।