Bhopal Drugs Smuggling : हाल ही में मध्यप्रदेश पुलिस ने नशे से दूरी है जरूरी स्लोगन के साथ व्यापक रूप से अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने नशा मुक्ति को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रम भी चलाए। इधर सेंट्रल एजेंसियां लगातार मध्यप्रदेश विशेषकर भोपाल में छापे मार रही है और वहीं बड़े मामले का खुलासा भी कर रही है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
पुलिस बड़े बड़े खुलासे तो कर रही है, लेकिन इससे स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है कि इतने बड़े स्तर पर चलते वाले ड्रग्स सिडिकेंट की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं मिल पा रही। रिटायर्ड पुलिस अफसरों की माने तो पुलिस का बीट सिस्टम प्रभावी नहीं है, इसलिए उसको सूचना नहीं मिल पाती। साथ ही थाना प्रभारी का अपने स्टाफ से समन्वय नहीं है। सेंट्रल एजेंसियां अपने नेटवर्क के माध्यम से ही इस तरह के खुलासे कर पा रही है।
एक कारण ये भी!
रिटायर्ड आईजी आरआर एस परिहार का कहना है कि पहले के समय में पुलिस का बीट सिस्टम मजबूत होता था, इसलिए उसे सूचनाएं मिल जाती थी। बीट प्रभारी का आम लोगों से भी बेहतर तालमेल रहता था। वहीं थाने के टीआई का अपने स्टाफ से समन्वय रहता था। वर्तमान में कम्युनिकेशन के इतने साधन होने के बाद भी पुलिस को बड़े मामलों की जानकारी नहीं मिल पा रही, यह बड़े हैरत की बात है। इससे पता चलता है कि पुलिस का मुखबिर तंत्र कमजोर है, इसलिए पहले बीट सिस्टम पर फोकस करना होगा। कई बार तो निचले स्टाफ को भनक रहती है, लेकिन टीआई से सामंजस्य न होने के कारण वो इस तरह के मामलों में ध्यान नहीं देते।
ड्रस तस्करी का हब बन रहा भोपाल
हाल ही में सेंट्रल एजेंसी डीआरआई ने जगदीशपुरा स्थित एक फैक्ट्री पर छापा मारा कर 92 करोड़ की मेफेड्रोन के निर्माण का खुलासा किया। इधर ड्रग्स तक ही मामला सीमित नहीं है। इस फैक्ट्री का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन भी मिला। जिसकी जांच की जा रही है। इसके बाद डीआरआई ने भोपाल जंक्शन से दो तस्करों को पकड़कर 24 करोड़ रुपए की अवैध ड्रग्स बरामद की। 10 माह पूर्व कटारा थाना क्षेत्र में इंडिस्ट्रयल एरिया बगरौदा में नेशनल नारकोटिस ब्यूरो एनसीबी ने छापा मारा था। जिसमें 1800 करोड़ की ड्रग्स का खुलासा हुआ था। इस मामले में एनसीबी के छापे के बाद ही कटारा हिल्स पुलिस को मामले की जानकारी मिली। इस तरह के मामलों से पता चल रहा है कि भोपाल ड्रग्स तस्करी का हब बनता जा रहा है। ड्रग्स तस्कर नशा बेंचकर युवाओं का जीवन बर्बाद कर रहे है।