रायपुर: स्कूल शिक्षा विभाग के ई संवर्ग के 1524 एवं टी संवर्ग के 1401 इस तरह कुल 2925 प्राचार्य के पदों पर स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के व्याख्याता नियमित, व्याख्याता एल बी तथा प्रधान पाठक काधयमिक विधायलय को पदोन्नति प्रदान कर प्राचार्य बनाया गया। पदोन्नति आदेश में कहा है कि पदस्थापना आदेश पृथक से जारी किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त सभी वर्गों में 25 प्रतिशत पदों की प्रतिक्षा सूची भी बनाई गई है, ताकि सेवा निवृत होने वाले प्राचार्यों से रिक्त पद को भरा जा सके। शिक्षा सत्रांत 30 अप्रैल के दिन में पदोन्नति आदेश जारी कर प्रदेश के मुख्य मंत्री एवं स्कूल शिक्षा विभाग के भारसाधक मंत्री विष्णुदेव साय ने शिक्षकों को सौगात दी है।
अंतिम बार हुई थी पदोन्नति :
कल्याण वि भाग में वर्ष 2013 एवं स्कूल शिक्षा विभाग में वर्ष 2016 में अंतिम बार पदोन्नति हुई थी। विगत दस वर्षों से प्राचार्य की पदोन्नति स्कूल शिक्षा विभाग तथा शिक्षक संगठनों के लिए चुनौती बन गया था। इसके लिए प्रदेश के चार शिक्षक संगठनों ने मिलकर छत्तीसगढ़ प्राचार्य/व्याख्याता पदोन्नति फोरम का गठन कर आंदोलन किया। 17 दिसंबर को इंद्रावती एवं महानदी भवन में प्रदर्शन कर शासन को 30 जनवरी तक प्राचार्य पदोन्नति का अल्टीमेटम दिया था। प्राचार्य पदोन्नति के लिए मुख्य मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, सचिव, स्कूल शिक्षा सचिव, संचालक लोक शिक्षण से संपर्क कर कर प्राचार्य पदोन्नति के प्रस्ताव डीपीसी हेतु लोक सेवा आयोग को प्रेषित करवाया।
आभार व्यक्त किया:
साथ ही पदोन्नति फोरम के पदाधिकारी छत्तीसगढ़ पीएससी के अध्यक्ष से मिलकर शीघ्र डीपीसी करने अनुरोध किया। प्राचार्य पदोन्नति फोरम की ओर से अलग अलग अधिवक्ता के माध्यम से चार केस में इंटर विनर पिटीशन लगा कर न्यायालय में अपना पक्ष रखा गया है। प्राचार्य के पदोन्नति आदेश जारी होने पर प्राचार्य पदोन्नति फोरम के अनिल शुक्ला, राकेश शर्मा, आर के झा, श्याम कुमार वर्मा, एवं मलखम वर्मा ने मुख्य मंत्री विधान सभा अध्यक्ष, अध्यक्ष लोक सेवा आयोग, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा सचिव प्रति आभार व्यक्त किया है।