राजिम//सोमा शर्मा: छत्तीसगढ़ के प्रयागराज कहे जाने वाले राजिम इन दिनों शिवमय वातावरण से गुंजायमान है। त्रिवेणी संगम के मध्य स्थित कुलेश्वर महादेव मंदिर और चारों दिशाओं में फैले पंचकोशी महादेव स्थलों की यात्रा, इस स्थान को आध्यात्मिक रूप से और भी महत्वपूर्ण बना देती है।
श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
सावन मास में दूर-दूर से श्रद्धालु राजिम पहुंचकर पंचकोशी यात्रा करते हैं। इस परंपरा को निभाते हुए अभनपुर और नवापारा के नागरिक भी पिछले 10 वर्षों से सामूहिक रूप से इस यात्रा में भाग लेते आ रहे हैं। इस धार्मिक यात्रा का नेतृत्व पूर्व विधायक धनेंद्र साहू स्वयं करते हैं।
तीसरे सोमवार को निकली यात्रा
सावन के तीसरे सोमवार को इस वर्ष की पंचकोशी यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा की शुरुआत त्रिवेणी संगम से जल लेकर कुलेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना से की गई।
पंचकोशी महादेव स्थल
पंचकोशी यात्रा के अंतर्गत पांच प्रमुख शिव मंदिरों के दर्शन किए जाते हैं:
पटेश्वर महादेव, पटेवा (नवापारा के पास)
चम्पेश्वर महादेव, चंपारण
फडिकेश्वर महादेव, फिंगेश्वर (राजिम के निकट)
बम्हनेश्वर महादेव, बम्हनी
कोपेश्वर महादेव, कोपरा