प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 01 अप्रैल को (यानी आज) छात्रों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा' (Pariksha Pe Charcha) की। परीक्षा पे चर्चा के 5वें संस्करण के कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम (Talkatora Stadium) में किया गया। इस अवसर पर, पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ परीक्षा की तैयारी के तरीकों, तनाव प्रबंधन आदि के बारे में बातचीत की।
इस कार्यक्रम में कई विषयों पर ऑनलाइन लिखित प्रतियोगिता (Online Written Competition) के माध्यम से प्रधानमंत्री से सवाल पूछने वाले छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए 15 लाख से अधिक छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को पंजीकृत किया गया है। कोविड महामारी (Covid Pandemic) के चलते पिछले साल अप्रैल में इस कार्यक्रम का चौथा संस्करण ऑनलाइन किया गया था।
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-एक छात्र द्वारा नई शिक्षा नीति पर सवाल करते हुए पूछा हमारे लिए कैसे फायदेमंद है इसपर पीएम मोदी ने कहा नई शिक्षा नीति के स्थान पर हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानि राष्ट्रीय शिक्षा नीति कहना चाहिए। देश भर से करीब 20 लाख इनपुट आए, इन सभी को ध्यान में रखते हुए यह नीति पूरी सूझबूझ से तैयार की गई है। मुझे खुशी है कि एनईपी का भारत के सभी वर्गों ने गर्मजोशी से स्वागत किया है। यह नीति सरकार ने नहीं बनाई है, बल्कि देश के नागरिकों, छात्रों, शिक्षकों ने मिलकर इसे देश के भविष्य के लिए बनाया है। खेल पहले एक पाठ्येतर गतिविधि हुआ करती थी। लेकिन एनईपी में इसे शिक्षा का हिस्सा बना दिया गया है। अगर आप ओपनिंग करना चाहते हैं तो गेम बहुत जरूरी है। यहां यह आपको अपने प्रतिस्पर्धियों को समझने की शक्ति देता है।
-उन्होंने छात्रों से कहा जब आप ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं तो क्या आप सच में पढ़ाई करते हैं या रील देखते हैं? दोष ऑनलाइन या ऑफलाइन का नहीं है। क्लास में भी कई बार आपका शरीर क्लास में होगा, आपकी आंखें टीचर की तरफ होंगी लेकिन कान में एक भी बात नहीं जाती होगी क्योंकि आपका दिमाग कहीं और होगा। मन कहीं और होगा तो सुनना ही बंद हो जाता है। जो चीजें ऑफलाइन होती हैं, वही ऑनलाइन भी होती हैं। इसका मतलब है कि माध्यम समस्या नहीं है, मन समस्या है। माध्यम ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, अगर मन पूरा उसमें डूबा हुआ है, तो आपके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अपने इन अनुभवों को जिस प्रक्रिया से आप गुजरे हैं, उसको आप कतई छोटा मत मानिए। दूसरा आपके मन में जो पैनिक होता है, उसके लिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप किसी दबाव में मत रहिए। जितनी सहज दिनचर्या आपकी रहती है, उसी सहज दिनचर्या में आप अपने आने वाले परीक्षा के समय को भी बिताइए।
-कार्यक्रम शुरू हो गया है। पहला भाषण केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान दे रहे हैं. इस कार्यक्रम में देश भर के लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, स्कूल, छात्र, शिक्षक भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए हैं। वही ऑनलाइन के माध्यम से लाखों छात्र और शिक्षक पीपीसी 2022 से जुड़े हुए हैं।
-केन्द्रीय विद्यालय के एक छात्र ने एक छोटा ट्रांजिस्टर बनाया जिस पर 'मन की बात' लिखा हुआ था। पीएम ने उस छात्र को उस डमी ट्रांजिस्टर पर ऑटोग्राफ देने को कहा।
-तालकटोरा स्टेडियम में स्कूली छात्रों द्वारा बनाई गई पेंटिंग की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों के साथ प्रदर्शनी का दौरा कर रहे हैं। छात्र उन्हें अपनी पेंटिंग के बारे में बता रहे हैं।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा के 5वें संस्करण में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से बात करने तालकटोरा स्टेडियम पहुंचे। जहां केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया।