नई दिल्ली : दुनियाभर के देशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का डंका बज रहा है। उन्हें 22 देशों द्वारा अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। अब इस सूची में साइप्रस के रूप में एक और देश का नाम शामिल हो गया है। जिनके राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने सोमवार को पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय' से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने साइप्रस के इस सम्मान को ग्रहण करने के बाद दिए अपने संबोधन में इसे भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान बताते हुए कहा कि ये उनके सामर्थ्य और आकांक्षाओं का सम्मान है। जिसके लिए में राष्ट्रपति निकोस, साइप्रस की सरकार और वहां के लोगों के प्रत्ति आभार प्रकट करता हूं
वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन का सम्मान :
प्रधानमंत्री ने इस सम्मान को भारत और साइप्रस के बीच लंबे समय से चले आ रहे मधुर संबंधों को समर्पित किया। साथ ही कहा कि जिनकी नींव साझा मूल्यों और विश्वास पर टिकी हुई है। पीएम ने इस पुरस्कार को भारत के वसुधैव कुटुंबकम या विश्व एक परिवार है के सदियों पुराने दर्शन यानी विचारधारा की स्वीकृति बताया। जो वैश्विक शांति और प्रगति के लिए इसके दष्टिकोण का मार्गदर्शन करता है।
साझेदारी की नई प्रतिबद्धता का प्रतीक:
पीएम मोदी ने दौंड कॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय सम्मान को दोनों देशों के बीव साझेदारी को मजबूत करने और उसमें अधिक विविधता लाने की नई प्रतिबद्धता के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह सम्मान भारत और साइप्रस की शांति. सुरक्षा, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और समृद्धि के लिए दोनों देशों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मैं, हमारे संबंधों के प्रति एक जिम्मेदारी के रूप में इसका महत्व समझता हूं।
कुल 23 देशों ने किया पीएम को सम्मानित:
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 से 2025 तक दुनिया के कुल 23 देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। जिनमें साइप्रस, श्रीलंका, कुवैत, मॉरीशस, डोमिनिका, बारबाडोस, नाइजीरिया, गयाना, मालदीव, मुटान, अफगानिस्तान, सऊदी अरच अमेरिका, रूस, यूएई, बहरीन, फिजी, मिस, फ्रांस यूनान, संयुक्त राष्ट्र, पलाऊ, पापुआ न्यू गिनी जैसे देश शामिल हैं।