Hamidia Hospital : राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल परिसर में मिले दो नवजातों के अधजले शवों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। एक नवजात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि दोनों शिशुओं को केरोसिन डालकर आग के हवाले किया गया था। चिकित्सकों के मुताबिक दोनों नवजात लगभग आठ माह के गर्भकाल के आसपास के हो सकते हैं।
जुड़वां थे नवजात!
डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि नवजातों की मौत पहले हो चुकी थी और उसके बाद शवों को जलाया गया। शव अत्यधिक जले होने के कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बच्चे लड़के थे या लड़कियां। साथ ही यह भी पुष्टि नहीं हो पाई है कि दोनों नवजात जुड़वां थे या नहीं। हालांकि, पोस्टमार्टम के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि दोनों शिशुओं की नाल आपस में जुड़ी हुई थी, जिससे जुड़वां होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
DNA जांच की सिफारिश
डॉक्टरों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएनए जांच कराने की सिफारिश की है। पुलिस का कहना है कि डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही जुड़वां होने सहित अन्य अहम पहलुओं की पुष्टि की जा सकेगी। दूसरे नवजात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सोमवार तक आने की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस खंगाल रही फुटेज
इधर, कोहेफिजा थाना पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि नवजातों को अस्पताल परिसर में किसने और कैसे लाकर जलाया। अस्पताल प्रबंधन की ओर से पुलिस को सीसीटीवी फुटेज सौंपे गए हैं, जिनकी बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डीएनए रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद इस सनसनीखेज मामले में कई और महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। फिलहाल पूरे मामले की गहन तफ्तीश जारी है।