Mohammed Shami Selection Controversy: टीम इंडिया के सेलेक्टर्स और अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के बीच चल रही तनातनी अब खुलासा हो गया है। दरअसल 14 नवंबर से खेली जाने वाली साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट की घरेलू सीरीज के लिए भी शमी को नजर अंदाज किया गया है, जिससे उनकी वापसी में अटकलें आ रही है। शमी ने भारत के लिए मार्च 2025 के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला। हालांकि, वह बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में लगातार गेंदबाजी कर रहे और बेहतरीन फॉर्म में नजर आए हैं। इसके बावजूद उन्हें सेलेक्टर्स ने नजर अंदाज कर दिया है, जिस पर हाल ही में शमी ने कहा कि उनकी टीम मैनेजमेंट की ओर से कोई बात नहीं हुई है।
अधिकारी ने इस दावे बताया को गलत:
लेकिन बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस दावे को गलत बताया। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'शमी पूरी सच्चाई नहीं बता रहे। सेलेक्शन कमेटी और सपोर्ट स्टाफ उनसे लगातार संपर्क में थे। इंग्लैंड दौरे के लिए तो हम उन्हें लेकर बहुत इच्छुक थे क्योंकि बुमराह 3 से ज्यादा टेस्ट नहीं खेल सकते थे।'
शमी को खिलाना चाहता था BCCI:
अधिकारी के अनुसार, बोर्ड ने यह जानने के लिए शमी से इंडिया ए बनाम इंग्लैंड लायंस मैच खेलने को कहा था ताकि उनकी फिटनेस और वर्कलोड का आकलन किया जा सके। लेकिन शमी ने खुद कहा कि उन्हें अभी अपनी वर्कलोड बिल्ड करनी है और इस टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें नहीं चुना जाए। बोर्ड के मुताबिक, स्पोर्ट्स साइंस टीम के पास शमी की मेडिकल रिपोर्ट्स हैं, जिसमें यह देखा गया कि क्या उनका शरीर लंबे फॉर्मेट की मेहनत झेल सकता है या नहीं।
रणजी ट्रॉफी में नहीं डाल पा रहे लंबे स्पेल:
शमी ने रणजी ट्रॉफी के चौथे राउंड का मैच स्किप किया है लेकिन पहले तीन मुकाबलों में उन्होंने 93 ओवर फेंके और 15 विकेट झटके। उनके प्रदर्शन ने यह दिखाया कि क्लास अभी भी बरकरार है लेकिन यह भी खबर है कि वह लंबे स्पेल नहीं डाल रहे और दिनभर में कई ब्रेक ले रहे। उनकी औसत गति 130 किमी प्रति घंटे के आसपास रही है। पिछले साल हील इंजरी के चलते सर्जरी करवाने के बाद से शमी का फिटनेस ग्राफ बोर्ड की निगरानी में है। अब देखना होगा कि क्या अनुभवी पेसर जल्द टीम इंडिया की टेस्ट योजनाओं में वापसी कर पाते हैं या नहीं।