आइजॉल: आजादी के 78 साल बाद आखिरकार मिजोरम रेलवे के नक्शे पर जुड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे। यह लाइन न सिर्फ़ यहां के लोगों की लाइफ लाइन बनेगी। बल्कि व्यापार और विकास की नई राह भी खोलेगी। दुर्गम पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच 11 साल की कड़ी मेहनत के बाद तैयार हुई, यह रेलवे लाइन आज पूर्वोत्तर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि साबित होने जा रही है।
78 साल बाद मिली रेलवे लाइन:
जानकारी के मुताबिक आजादी के 78 साल बाद मिजोरम को पहली बार रेलवे लाइन मिली है, बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को बैराबी-सैरांग लाइन का उद्घाटन करेंगे। जिसके बाद दूसरे राज्यों से ट्रेनों के जरिए सीधे आइजॉल जुड़ जाएगा। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के साथ व्यापार को भी नई रफ़्तार मिलेगी।
नेशनल प्रोजेक्ट का मिला था दर्जा:
परियोजना को 2008-09 में नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा मिला था, 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शिलान्यास किया था।51 किमी लंबी इस रेल लाइन पर 4 स्टेशन बनाए गए और 48 टनल, 55 बड़े और 27 छोटे ब्रिज तैयार किया गया है। लाइन निर्माण में दुर्गम पहाड़, घने जंगल और भारी बारिश अरसे तक चुनौती बनी रही लेकिन 11 साल की लंबी मेहनत के बाद इसे ऐतिहासिक सफलता मिली है।