Archana Tiwari Missing : रक्षाबंधन https://tujr.tu.edu.iq/ पर अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बंधने इंदौर से कटनी के लिए निकली अर्चना तिवारी का अबतक कोई सुराग नहीं लगा है। अर्चना 7 अगस्त को इंदौर से नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के बी3 कोच में सवार हुई थी, उसे 8 अगस्त को कटनी पहुंचना था, लेकिन जब ट्रेन कटनी रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो परिजनों को अर्चना तो नहीं मिली, लेकिन उसकी सीट पर उसका सामान जरूर मिला। आज अर्चना को 12 दिन पूरे हो चुके है, पूरा रेलवे प्रशासन अर्चना की तलाश में जुटा हुआ है, पुलिस की टीम रेलवे ट्रेक से लेकर जंगलों में अर्चना की तलाश कर रही है, लेकिन अर्चना को कोई अतापता नहीं लग सका।
जंगलों में उतरी पुलिस
8 अगस्त को जब अर्चना के परिजन उसे लेने रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। अर्चना का फोन बंद था। जब पूरी ट्रेन और पूरे रेलवे स्टेशन पर अर्चना नहीं मिली तो परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। अर्चना के गायब होने की खबर धीरे धीरे पूरे प्रदेश में फैल गई। रेलवे प्रशासन अलर्ट हो गया, अचर्न की मुस्तेदी के साथ तलाश की गई, यहां तक की उसे नर्मदा नदी में भी ढूंढ़ा गया, लेकिन अर्चन नहीं मिली। इसके बाद अर्चना की तलाश के लिए ऑल इंडिया में खोजने के निर्देश दिए गए। रेलवे पुलिस ने राजधानी भोपाल से लेकर बिलासपुर के रेलवे ट्रैक को छान मारा, लेकिन अर्चना नहीं मिली। पुलिस अब अर्चना की तलाश के लिए भोपाल-ओबेदुल्लागंज-बरखेड़ा के जंगलों में उतरी है।
अर्चना की मानव तस्करी?
अर्चना को गायब हुए 12 दिन हो गए है, एक भाई की कलाई अबतक सूनी है। वही परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है। अर्चना के परिजनों ने उसकी सलामती के लिए महामृत्युंजय का जाप कराया, वहीं प्रदेश के मुखिया मोहन यादव से सीबीआई जांच की मांग की है। इतना ही नहीं अर्चना के परिजनों ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। अर्चना के पिता का कहना है कि उनकी बेटी अर्चना का अबतक कोई सुराग नहीं लगा है, यह गंभीर है। दिन प्रति दिन उनकी चिंता बढ़ती जा रही है, परिवार के लोगों का स्वास्थ्य खराब होता जा रहा है। अर्चना के पिता का कहना है कि अर्चना प्रदेश से बाहर जा सकती है, उसकी मानव तस्करी हो सकती है। इसलिए सीएम मोहन यादव मामले को गंभीरता से ले और सीबीआई जांच कराएं।
आपको बता दें कि अर्चना की तलाश के लिए पुलिस कई रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे तलाश चुकी है, लेकिन अर्चना कहीं नजर नहीं आई। इतना ही नहीं पुलिस कई किलोमीटर का रेलवे ट्रैक पर भी तलाश कर चुकी, लेकिन पुलिस को अर्चना नहीं मिलीं। पुलिस अब भोपाल से बरखेड़ा के बीच के जंगलों में तलाश कर रही है। इसके लिए पुलिस की एक टीम जंगलों में उतर चुकी है। फिलहाल अर्चना की तलाश जारी है।
मिडघाट ट्रैक पर सर्चिंग अभियान
अर्चना तिवारी मिसिंग मामले में सुराग तलाशने के लिए पुलिस की पहल पर वन विभाग और रेलवे की संयुक्त टीम ने रविवार को बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। अधिकारियों की यह विशेष टीम करीब 25 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर अलग-अलग हिस्सों में सर्चिंग करती नजर आई। टीम ने रेलवे ट्रैक से लगे जंगल और ऊबड़-खाबड़ रास्तों की गहन तलाशी ली। पुलिस करीब 10 किलोमीटर जंगल के अंदर जाकर रेलवे ट्रैक तक पहुंची और अर्चना तिवारी से जुड़े संभावित साक्ष्यों की तलाश कर रही है।