रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश एएनएचएम कर्मचारी संघ के आव्हान पर 16 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने नियमितीकरण सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 10 जुलाई से चरणबद्ध आंदोलन कर रहे संविदा कर्मचारी संविलयन स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ केडर की स्थापना और ग्रेड पे निर्धारण सहित अन्य मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी ने कहा है कि पिछले 2 साल से संघ ने शासन-प्रशासन से हर स्तर पर संवाद के प्रयास किए, पर कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।
जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन:
ऐसे में मेडिकल कालेज अस्पतालों से लेकर ग्राम स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के 16 हजार संविदा कर्मचारी 16 और 17 जुलाई को आंदोलन पर रहेंगे। चौथे चरण के इस आंदोलन में 16 जुलाई को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसी तरह 17 जुलाई को राजधानी के नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल से मुख्य निवास का घेराव करने बड़ी संख्या में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल होंगे।
तीन दिन से काली पट्टी लगाकर कर रहे काम:
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों के प्रति शासन का ध्यान आकर्षित कराने 12 जुलाई से 15 जुलाई तक काली पट्टी लगाकर कार्यालय में काम कर रहे हैं। शनिवार को राजधानी के खोखो पारा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोगांव में हमर अस्पताल शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित अन्य स्वानों पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों
ने काली पट्टी लगाकर काम किया।
इन सेवाओं पर पड़ सकता है असर:
टीबी, कुष्ठ मलेरिया टीकाकरण, लैब की जांच, दवा वितरण, स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, नवजात शिशु की देखमाल केन्द्र, पोषण पुनर्वास केन्द्र बुजुर्गों की फिजियोथैरेपी गांव के आयुष्मान केन्द्रों में ओपीडी, मौसमी स्वास्थ्य बीमारियों की रोकयान जैसी सेवाएं।