MP Politics : मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद से मोहन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार, संगठन पदाधिकारियेां में बदलाव, कौन जाएगा राज्यसभा की अटकलों के बीच एक अटकले और तेजी से लगाई जाने लगी है। वो अटकले है कि क्या वीडी शर्मा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बने रहेंगे या फिर होगा बदलाव?
वीडी शर्मा की कुर्सी पर दूसरे दावेदारों की नजरे टीकी हुई है। हालांकि दावेदारों को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि भाजपा ने सदस्यता अभियान और संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। और इसकी शुरूआत करने के लिए वीडी शर्मा ने खुद बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि अगले 3 हीने में संगठन के चुनाव और पार्टी के कार्यक्रमों पर मुहर लगाकर संपन्न कराने की कवायद शुरू हो जाएगी। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि विष्णु अध्यक्ष की कुर्सी पर यथावत बने रहेंगे?
मध्यप्रदेश भाजपा की कमान संभाले विष्णु दत्त शर्मा के इन दिनों दिल्ली दौरे लग रहे है। वे संगठन नेतााओं के लगातार संपर्क में है। हालांकि माना जा रहा है कि जेपी नड्डा के केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद नए अध्यक्ष की निर्वाचन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रदेश अध्यक्षों के चेहरे बदलने की प्रिक्रिया शुरू होगी। प्रदेश में भाजपा का नेतृत्व परिवर्तन किया जा सकता है और वीडी शर्मा को राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनाया जा सकता है। क्योंकि वीडी शर्मा मोदी—शाह की गुडबुक में है।
संघ के भरोसेमंद वीडी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा मोदी—शाह की गुडबुक में होने के अलावा वे संघ के सबसे भरोसेमंदों में से एक है। संघ और पार्टी ने विष्णु दत्त के लिए कोई नई भूमिका सोच रखी है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वीडी शर्मा को भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है। या फिर वे प्रदेश अध्यक्ष बने रहकर कुछ दिनों तक सीएम मोहन के साथ कदमताल करते रह सकते है।
बने रहेंगे विष्णुदत्त!
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की नई भूमिका को लेकर लगातार अटकलों और कयासबाजी के दौर चल रहा है। लेकिन फिलहाल वर्तमान पद पर ही विष्णुदत्त शर्मा बने रहेंगे। विष्णुदत्त शर्मा के नेतृत्व में 7 जुलाई को प्रदेश भाजपा कार्य समिति की एक बड़ी बैठक होने जा रही है। इसमें मंडल स्तर के पदाधिकारी को भी बुलाया गया है, लेकिन इसके बाद भी सवाल उठता है कि आखिर भाजपा ने अपने शुभंकर वीडी शर्मा के लिए क्या सोच रखा है? क्योंकि चुनावों में वीडी शमा का शानदार प्रदर्शन रहा। उनकी मेहनत ने 29 की 29 सीटें भाजपा को दी। वे बहुमत दिलाने में सफल रहे। लोकसभा के बाद उनके केन्द्रीय मंत्री बनने की सबसे ज्यादा संभावना थी, लेकिन जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के चलते शायद विष्णुदत्त केन्द्रीय मंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाए। जबकि वीडी शर्म असली पुरस्कार के हकदार थे।
ये नेता बनेगा अध्यक्ष?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का नया चेहरा कौन होगा? इसको लेकर कई नाम चर्चा में बने है। जिनमें से पहले पायदान पर पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम बना हुआ है। नरोत्तम मिश्रा मोदी—शाह के करीबियों में से एक है। वे संघ के भी काफी करीबी है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस में सेंघमारी कर करीब 2 लाख कांग्रेसियों को बीजेपी में शामिल किया और भाजपा को जीताने में अहम भूमिका निभाई, उस लिहाज से नरोत्तम मिश्रा को अध्यक्ष की कुर्सी उपहार स्वरूप में सौंपी जा सकती है। हालांकि नरोत्तम मिश्रा का नाम राज्यसभा के लिए भी चर्चा में बना हुआ है।