Bhopal Congress jila Adhyaksh : मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदश के जिलों में बैठकों का दौर जारी है। जीतू पटवारी से लेकर, उमंग सिंघार और पर्यवेक्षक समेत तमाम नेता जिलों में जाकार रायशुमारी कर रहे है। प्रदेश में जिलाध्यक्षों को बदलने और नई नियुक्ति करने की कवायद शुरू हो गई है। इसी कड़ी में बीते दिनों राजधानी भोपाल में संगठन सृजन के तहत नए जिलाध्यक्ष की तलाश के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी।
मुस्लिम जिलाध्यक्ष की मांग
भोपाल में हुई पर्यवेक्षकों की बैठक में शहर के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे। इस दौरान भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बैठक में राजधानी भोपाल में मुस्लिम जिला अध्यक्ष बनाने की मांग की थी। आरिफ मसूद का कहना है था कि भोपाल ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम जिला अध्यक्ष की तैनाती होनी चाहिए। हमारा वोटर सवाल करता है हमें, देने को तो कुछ है नहीं संगठन में ही प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
ये बन सकते है जिलाध्यक्ष?
भोपाल जिलाध्यक्ष को लेकर कुछ नाम तेजी से चर्चा में बने हुए है। जिनमें एक नाम है मोनू सक्सेना, सक्सेना पहले कांग्रेस से पार्षद भी रहे है और पहले भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके है। हालांकि वे इस पद पर कुछ ही समय के लिए रहे। भोपाल में जब पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर हुए आंदोलन के दौरान हुई लाठी चार्ज में उनकी आंख में चोट आ गई थी, जिसके चलते वे कई समय तब उनका उपचार चला था। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने मोनू सक्सेना को हटाकर प्रवीण सक्सेना को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी थी। तब से लेकर अबतक प्रवीण सक्सेन भोपाल कांग्रेस जिलाध्यक्ष की कुर्सी संभालते आ रहे है।
रेस में ये भी नाम शामिल!
प्रवीण सक्सेना भी जिलाध्यक्ष के दावेदार माने जा रहे है। वे भी पहले कांग्रेस से पार्षद रह चुके है। इसके अलावा अमित शर्मा भी भोपाल जिलाध्यक्ष को लेकर दावेदार माने जा रहे है। वे भी पहेल पार्षद रह चुके है। वर्तमान में वे संगठन में सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे है। तो वही आरिफ मसूद ने भोपाल में मुस्लिम जिलाध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठाई थी। उन्होंने अब्दुल नासिर को जिलाध्यक्ष बनाने की बात कही थी।
रेस में ये मुस्लिम नेता!
आपको बता दें कि अब्दुल नासिर कांग्रेस में लंबे समय से काम करते आ रहे है। वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समय से जुड़े हुए है। नासिर पार्टी में अलग अलग जिम्मेदारियां संभाल रहे है। आरिफ मसूद ने कहा था की सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद भी अब्दुल नासिर पार्टी के लिए बफादार रहे, वे बीजेपी में नहीं गए। इतना ही नहीं विधायक मसूद ने यह भी कहा कि अगर पार्टी किसी और को जिम्मेदारी देती है तो हम उस पर सहमत है।
यह भी बता दें कि अब पर्यक्षक कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर रहे है। रायशुमारी के बाद चार नामों का पैनल बनाया जाएगा और दिल्ली भेजा जाएगा। इसके बाद दिल्ली में होने वाली बैठक में सभी नामों पर मंथन किया जाएगा और एक नाम फाइनल करके जिला अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी।