MADHYA PRADESH : शनिवार 17 सितम्बर को देश के प्रधानमंत्री ने अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में अफ्रीका से लाये गए 8 चीतों का स्वागत किया हैं। 70 साल बाद मध्य प्रदेश के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में नामीबिया से 8 चीते आये हैं। जिनमे 5 मादा ओर 3 नर चीते हैं। भारत में 1952 में विलुप्त घोषित हुए चीतों को सैलानी एक बार फिर से इस उद्यान में देख सकेंगे। 900वर्ग किमी में फैला हुआ कुनो वन्यजीव अभ्यारण इसके बाद सैलानियों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बन जायेगा। और इस उद्यान में पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके बाद सैलानियों को इस नेशनल पार्क में चीते दौड़ते हुए नजर आयंगे यह अपने अप में एक दुर्लभ नजारा होगा।
कुनो नेशनल पार्क वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिए किसी जन्नत से कम नहीं हैं। यहाँ पर घास के विसाल मैदान है जो कान्हा या बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व से भी बड़े हैं। साल 2018 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था।मध्य प्रदेश का कुनो सभी वन्यजीव प्रेमियों के लिए सबसे खास जगह हैं इस पार्क के अंदर प्रवेश करते हि आपको यह के करधई खैर और सलाई के पेड़ नजर आयंगे घास के मैदान और कई तरह के वनजीव देखने को मिलंगे। इस वाइल्ड लाइफ के बीचोबीच कुनो नाम की नदी बहती हैं जिससे इस जगह में ना सिर्फ पानी की आपूर्ति बनी रहती हैं। और जंगल के अंदर सिचाई के काम भी आती हैं।
कुनो नेशनल पार्क में 3 गेट हैं। लेकिन सबसे पसंदीदा गेट हैं टिकटोली गेट यहाँ पालपुर किले के बगल में खुबसूरत कैंप में रह सकते हैं। जहा से कुनो नदी दिखाई देती हैं। कुनो नेशनल पार्क में पदों की 123 प्रजातीय हैं। साथ हि साथ फूलो और जीवो की भी कई प्रजातीय हैं। इस प्रकार प्रकृति के आशीर्वाद से सम्पन्न यह नेशनल पार्क में चीतों के आ जाने से यह और भी मनोरम हो चूका हैं। यह नेशनल पार्क आम पर्यटकों के लिए 15 अक्टूबर के बाद खुलेगा। जिसके बाद यहाँ पर्यटकों के अधिक संख्या में आने की संभावना हैं