भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और सीनियर बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने 7 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, "सभी को नमस्ते, मैं यह बताना चाहता हूँ कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं. सफेद जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है. इतने सालों में मिले प्यार और समर्थन के लिए आप सभी का शुक्रिया. मैं वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा" उनके इस ऐलान से फैन्स और क्रिकेट जगत दोनों हैरान रह गए, क्योंकि उम्मीद थी कि रोहित शर्मा IPL 2025 के बाद इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में टीम की अगुवाई करेंगे।
क्या कप्तानी छिनने की वजह से लिया संन्यास?
रोहित के रिटायरमेंट के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई कि BCCI पहले ही उन्हें सूचित कर चुकी थी कि इंग्लैंड दौरे पर वह टेस्ट टीम के कप्तान नहीं होंगे। यही वजह मानी जा रही है कि उन्होंने अचानक से यह फैसला लिया। सूत्रों के अनुसार, रिटायरमेंट की घोषणा से लगभग एक घंटे पहले यह खबर बाहर आ गई थी कि रोहित अब टेस्ट में कप्तान नहीं रहेंगे। इससे यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या उन्हें संन्यास के लिए मजबूर किया गया?
पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बनी अंतिम सीरीज:
पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान जब रोहित ने एक टेस्ट मैच से हटने का फैसला किया था, तभी से उनके टेस्ट संन्यास की अटकलें लगने लगी थीं। हालांकि तब उन्होंने ऐसी खबरों का खंडन किया था, लेकिन वही सीरीज अब उनके टेस्ट करियर की आखिरी साबित हुई।
2024 में रहा टेस्ट प्रदर्शन फीका:
रोहित शर्मा ने 2024 में 14 टेस्ट मैचों की 26 पारियों में केवल 619 रन बनाए, औसत रहा 24.76। इनमें 2 शतक शामिल रहे, लेकिन पिछली 9 पारियों में सिर्फ 68 रन ही बना पाए।
रोहित शर्मा का शानदार टेस्ट करियर:
रोहित शर्मा ने 6 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। अपने 12 साल के टेस्ट करियर में उन्होंने 67 टेस्ट मैचों की 116 पारियों में 4301 रन बनाए। उनके नाम टेस्ट में 12 शतक और 18 अर्धशतक दर्ज हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन रहा है। वे भारतीय टेस्ट टीम के लिए एक मजबूत सलामी बल्लेबाज़ और कप्तान के रूप में याद किए जाएंगे।