टीकमगढ़ : मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के रहने वाले एक युवक को चलती ट्रेन में बीड़ी पीने की वजह से जान से हाथ धोना पड़ा। युवक अपने बेटे के साथ गोंडवाना एक्सप्रेस में टीकमगढ़ से दिल्ली की यात्रा कर रहा था। इस दौरान युवक ट्रेन की गेट में खड़े होकर बीड़ी पी रहा था। युवक को जब GRPF के जवानों ऐसा करते हुए देखा तो उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। जिसकी वजह से युवक की मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के बेटे ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। लेकिन उन्होंने मदद करने को छोड़ उल्टा उसे डराने धमकाने लगे। पुलिस प्रशासन की हरकतों से निराश बेटे ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।
GRPF के जवानों ने गंभीर रूप से मारपीट की
घटना की जानकारी देते हुए मृतक के पुत्र ने विशाल अहिरवार ने बताया कि रात्रि तकरीबन दो बजे से ढाई बजे के बीच उसके पिता अपनी सीट से उठकर बाथरूम गए और फिर वही गेट पर खड़े होकर बीड़ी सुलगाकर पीने लगे। तभी जनरल कोच से लगे स्लीपर कोच में तैनात GRPF के जवान आजाद ने उन्हें पकड़ लिया और उनके साथ ना केवल मारपीट की बल्कि अपने साथ स्लीपर कोच में ले गए, जहां उनके साथ गंभीर रूप से मारपीट की गई। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया। इसके बाद जब पिताजी वापस आये तो उन्होंने सारी दस्ता बताई। इसके बाद अचानक वो गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।
21 अप्रैल की रात की घटना
मृतक के बेटे ने बताया कि पिता के मौत के बाद GRPF का वही जवान आजाद और उसके साथ एक अन्य जवान वहां आए और अपनी ओर से सफाई देते हुए कहने लगे की हमने सिर्फ एक चांटा इनको मारा है। बाकी हमने कुछ नही किया। मजबूर बेटे ने मथुरा स्टेशन पर पिता का शव उतरवाया और किसी तरह शव लेकर अपने गांव रामनगर आ गया। यह पूरी घटना 21 अप्रैल की रात की है। जहां बाप बेटे ललितपुर स्टेशन से गोंडवाना एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में दिल्ली के लिए यात्रा कर रहे थे। पुलिस ने मृतक की पहचान रामदयाल अहिरवार के रूप में की है। जो की पलेरा कस्बे का निवासी था।