नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने देशभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। गृह मंत्रालय ने आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी नागरिकों को ढूंढ़-ढूंढ़कर वापस भेजा जा रहा है।
देशभर में तलाशी अभियान शुरू:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर राजस्थान, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित सभी राज्यों में सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में करीब 1500 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जिन्हें चिन्हित कर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (25 अप्रैल) को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने सभी सीएम से आग्रह किया है कि अपने-अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजें।
48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश:
सरकार ने आतंकी हमले के बाद बड़ा कदम उठाते हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द कर दिए हैं और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इस आदेश के तहत कई राज्यों में सख्त निगरानी और जांच अभियान चल रहा है।
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक के बाद लिया गया। बैठक के दौरान 5 महत्वपूर्ण निर्णय किए गए।
सिंधु जल संधि को स्थगित :
CCS बैठक में सिंधु जल संधि को स्थगित करने का भी निर्णय लिया गया है। इस संधि को पाकिस्तान की "लाइफलाइन" माना जाता है, खासकर पंजाब प्रांत की अर्थव्यवस्था इसी जल पर निर्भर है। भारत द्वारा संधि को रोकना पाकिस्तान के लिए बड़ा जल संकट पैदा कर सकता है।
पाकिस्तान को आधिकारिक नोटिस:
भारत के जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तज़ा को पत्र लिखकर इस निर्णय की सूचना दी है। पत्र में संधि की मूल शर्तों में बदलाव और पुनर्विचार की बात कही गई है।
26 टूरिस्टों को धर्म पूछकर मारा:
बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में दोपहर करीब 1.30 बजे आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। आतंकियों के निशाने पर हिंदू पर्यटक थे। आतंकवादियों ने वहां मौजूद पुरुषों से धर्म पूछ-पूछकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। उन्होंने इन टूरिस्टों को इसलिए गोलियों से छलनी कर दिया था क्योंकि वे हिंदू थे और उन्हें कलमा पढ़ना नहीं आता था। मृतकों में UP, छत्तीसगढ़ ,गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय भी मारे गए थे। जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है।