Farmer Movement : मध्य प्रदेश के पूर्व सांसद नकुलनाथ शुक्रवार को अपने तीन दिवसीय दौरे पर छिंदवाड़ा पहुंचे, जहां उन्होंने कुसमी उपज मंडी के सामने चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होकर किसानों की समस्याओं को मजबूती से उठाया। आंदोलन स्थल पर किसानों को संबोधित करते हुए नकुलनाथ ने सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि किसानों को मक्के का उचित समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है।
क्या बोले नकुलनाथ?
पूर्व सांसद ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय सोयाबीन 6000 रुपए प्रति क्विंटल बिकता था, और सोयाबीन तेल का दाम लगभग 60 रुपए प्रति लीटर था, जबकि वर्तमान में भाजपा शासन में सोयाबीन के दाम गिरकर 4000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं और तेल की कीमत 180 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को मक्का केवल 1200 रुपए से 1400 रुपए क्विंटल में बेचना पड़ रहा है, जो कि बेहद कम है और लागत भी नहीं निकल रही।
सड़क पर उतरेंगे नाथ!
नकुलनाथ ने मध्य प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को मक्के का दाम 2500 रुपए प्रति क्विंटल और 200 रुपए बोनस नहीं दिया गया, तो मैं स्वयं किसानों के साथ सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करूंगा। उन्होंने भाजपा पर किसानों से छलावा करने का आरोप लगाया और कहा कि किसान लगातार संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकार के वादे केवल कागजों में सीमित रह गए हैं।