Manipur Violence: मणिपुर राज्य में हुए एक घोर दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस वायरल वीडियो में दिखाई गई घटना में दो महिलाओं को नग्न करके भीड़ ने बर्बरता से परेड किया गया। इस घटना के सम्बंध में केंद्रीय सरकार ने त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया है और पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस घटना को स्वतः संज्ञान लिया है और नाराजगी जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को वायरल वीडियो को शेयर करने से रोकने का आदेश जारी किया है।
संसद में भी इस वायरल वीडियो के सम्बंध में चर्चा हुई है और विपक्ष ने प्रधानमंत्री से माफी की मांग की है। कुल मिलाकर, इस घटना ने महिलाओं के सम्मान को चुराकर उन्हें नायाबाद घुस दिया है और देशवासियों के दिल में क्रोध और पीड़ा का भाव भर दिया है। हमें उम्मीद है कि इस घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी और इस तरह की घटनाएं दोहराई नहीं जाएंगी।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि इस घटना में महिलों को नग्न घुमाए जाने के विडियो से काफी परेशान है. उन्होंने कहा कि एसी घटनाओं को स्वीकार नहीं किया जाएगा. सरकार को करवाई का आदेश देते हुए सीजेआई ने कहा, अगर सरकार इस घटना में कारवाई नहीं करेंगे तो हम करेंगे.
मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए बर्बरता को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है। मणिपुर में हुई यह घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। यह बेहद घृणित और निंदनीय है कि ऐसे गुनाह करने वाले लोग अभी भी अपनी जगह पर हैं, जबकि पूरे देश की इज्जत पर सवाल उठ रहा है। 140 करोड़ देशवासियों को बहुत शर्मसार होना पड़ रहा है।"
राज्य सरकार भी इस घटना के मामले पर विचार कर रही है। मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने बताया, "मुझे दो महिलाओं के प्रति संवेदना है, जिनके साथ यह अपमानजनक और नापसंदीदा कृत्य हुआ। जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है। घटना के स्वत: संज्ञान आने के बाद मणिपुर पुलिस ने कदम उठाया है और पहली गिरफ्तारी की है। हम इस मामले की गहराई में जांच कर रहे हैं और सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जिसमें मृत्युदंड की संभावना भी है। हमारे समाज में ऐसे घिनौने कृत्यों के लिए कोई भी जगह नहीं है।"
केंद्र सरकार ने इस मामले पर गंभीर कदम उठाते हुए मणिपुर में हुई बर्बरता के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने पर रोक लगा दी है। ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निर्देश जारी किया गया है कि वे मणिपुर की महिलाओं के निर्वस्त्र घुमाने वाले वीडियो को शेयर न करें।
इस वायरल वीडियो के सम्बंध में संसद में भी हंगामा हुआ। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने प्रधानमंत्री से बयान देने और माफी की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "मणिपुर में मानवता को मार दिया गया है।" इसके चलते सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। सरकार ने विपक्ष की इस मांग को स्वीकार किया है।
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