Liquor Policy Case: शराब घोटाले मामले से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संग्राम छिड़ा हुआ है. इस मामले में अब केंद्रीय जाँच एजेंसी ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को निशाना बनाया है. दरअसल केंद्रीय जांच एजेंसी ने आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी सामान भेज दिया है. जिस पर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि अगर बोलने भर से कुछ होता तो मैंने 17 सितंबर को शाम 7 बजे पीएम नरेन्द्र मोदी को 1 हजार करोड़ रुपए दिए हैं अब करो गिरफ्तार.
अब खबर विस्तार से:
Liquor Policy Case: प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि ईडी और सीबीआई ने कोर्ट में झूटे बयान दिए हैं. शराब घोटाला केस कुछ है ही नहीं, उनके पास घोटाला होने का सबूत नहीं है. केजरीवाल ने आगे कहा केंद्रीय जाँच एजेंसी ने मारपीट करके और डरा धमकाकरा लोगों से अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का नाम कबूल करवाया है. इस प्रेस कांफ्रेंस में आज मैं बोलता हूं कि "मैंने 17 सितंबर को शाम 7 बजे पीएम नरेन्द्र मोदी को 1 हजार करोड़ रुपये दिए थे." अगर आरोप लगाने मात्र से कार्रवाई हो सकती है तो कर लो गिरफ्तार. सबूत तो चहिये ना या ऐसे ही कार्रवाई हो जाएगी.'
एजेंसी अपना काम धंधा छोड़कर शराब घोटाले की जांच में लगी है:
Liquor Policy Case: मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आगे कहा कि देश की सबही एजेंसी अपना काम धंधा छोड़कर शराब घोटाले की जाँच में लगी हुई है. मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने 14 फोन तोड़ दिए। फिर ईडी कह रही है कि उसमें से 4 फोन उनके पास हैं और CBI कह रही है कि 1 फोन उनके पास है, अगर उन्होंने फोन तोड़े हैं तो उनके पास फोन कैसे आए। इन लोगों ने झूठ बोलकर केस बनाए और बोला कि शराब घोटाला हुआ है.
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