MP Weather Update : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर में मंगलवार को मामूली घट-बढ़ के साथ दिन का पारा सामान्य के करीब रहा। विशेषकर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में गर्मी का असर अधिक रहा। वहीं, दोपहर बाद एक दर्जन के करीब जिलों में तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं बौछारें पड़ीं। सबसे अधिक दिन का पारा गुना में 43.5 डिग्री रहा। साथ ही रतलाम, धार, खंडवा, रायसेन, उज्जैन, खजुराहो, नरसिंहपुर और टीकमगढ़ में भी पारा 43 डिग्री तक रहने से तेज गर्मी रही।
हालांकि, सीधी और में बारिश के बाद पारा 4 से 11 डिग्री तक गिरा है। बालाघाट में बारिश के साथ ओले गिरने के बाद तापमान में 11.2 डिग्री की कमी आई। पारा सबसे कम 25.9 डिग्री पर पहुंच गया। यह नॉर्मल से 13.5 डिग्री कम है। भोपाल में आधा डिग्री बढ़कर 41.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। प्रदेश में औसत अधिकतम पारा 41 डिग्री रहा, जो सामान्य के करीब है। मौसम केंद्र के अनुसार दो दिन बाद पारा और गिरेगा।
अभी सिस्टम मप्र से गुजर रहा
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी एक सकुर्लेशन दक्षिण पश्चिमी राजस्थान और आसपास सक्रिय है। एक अन्य सकुर्लेशन उत्तर पश्चिमी मप्र और यहां से एक ट्रफ दक्षिणी तमिलनाडु, विदर्भ, मराठवाड़ा से होती हुई कर्नाटक तक बनी हुई है। इससे प्रदेश के विशेषकर पूर्वी हिस्से में अभी मौसम बदला रहेगा। इसी क्रम में बुधवार को भी सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनुपपुर, शहडोल, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्ना में बारिश होगी।
आधा दर्जन जिलों में बारिश, ओले
दोपहर बाद सिवनी, दमोह, सिंगरौली, अनुपपुर और पन्ना में आंधी- बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। रीवा, कटनी, शहडोल,नरसिंगपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सतना, सीधी और मंडला में भी हल्की बारिश हुई। रायसेन, भोपाल, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, मैहर, उमरिया, जबलपुर, डिंडोरी, पांढुर्ना और सागर में देर रात तक आंधी के साथ बौछारों की उम्मीद है।
दो दिन बाद नया सिस्टम
अभी जो सकुर्लेशन और ट्रफ लाइन सक्रिय है, वह दो दिन में पूर्वी मप्र से आगे बढ़ेगी। इसके बाद 2 मई को ही नया सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। इसके असर से प्रदेश में फिर से मौसम बदलेगा। पश्चिमी और उत्तरी हिस्से में बारिश होगी। मध्य हिस्से में भी मौसम बदला रहेगा। इससे प्रदेश के अधिकांश जिलों में पारा 2 से 4 डिग्री तक फिर कम हो जाएगा। हालांकि, इससे पहले गुरुवार से शुक्रवार के बीच कुछ हिस्सों में लू का असर हो सकता है।