पेशाब करने से शरीर के टॉक्सिस पदार्थ आसानी से बाहर निकलते हैं। एक हेल्दी इंसान दिन भर में करीब 7 से 8 बार यूरिन करता है। लेकिन कभी कभी हम अपने पेशाब के रंग में बदलाव देखते है, कभी ये हल्का पीला होता है या फिर सफेद, लेकिन जब ये बहुत ज़्यादा पीला या फिर लाल होने लगे तब आपको संभल जाना चाहिए। पेशाब की रंगत में बदलाव मरीज़ों, उनके परिजनों और डॉक्टरों के लिए भी तनावपूर्ण हो सकता है। यूरिन का असामान्य रंग अक्सर खतरनाक कारणों की वजह से नहीं होता। यह कई बार अपच, ड्रग्स या टॉक्सिन्स का प्रभाव हो सकता है। लेकिन पेशाब के रंग में बदलाव होना किसी गंभीर बीमारी का सूचक भी हो सकता है। तो चलिए जानते है कि पेशाब के अलग अलग रंग का क्या है मतलब
यूरिन के कलर से जानें सेहत का हाल
पेशाब का गाढ़ा पीला रंग
पेशाब का रंग साफ या हल्का पीला होना सामान्य माना जाता है, हालांकि इसका गाढ़ा पीला होना बीमारियों का संकेत हो सकता है। जब आप पानी पीते हैं तो आपके मूत्र में स्वाभाविक रूप से यूरोक्रोम वर्णक अधिक पतला हो जाता है। यूरोक्रोम, हीमोग्लोबिन के ब्रेक डाउन के कारण उत्पादित होता है। रक्त में विटामिन बी की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाने के कारण पेशाब का रंग अधिक पीला हो सकता है। इसके अलावा पीलिया की समस्या में भी रंग में ऐसा बदलाव आ सकता है।
पेशाब का रंग गुलाबी होना
आमतौर पर चुकंदर या गाजर जैसे गाढ़े रंग की चीजों के अधिक सेवन के कारण पेशाब के रंग में गुलाबीपन आ जाता है। हालांकि यदि रंग में यह परिवर्तन लंबे समय तक बना रहता है तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक हो जाता है। कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के कारण भी पेशाब के रंग में इस तरह का बदलाव हो सकता है। पथरी या फिर मूत्राशय-गुर्दे में ट्यूमर के कारण पेशाब के रंग में इस तरह की बदलाव नजर आ सकता है।
नीला और हरा पेशाब
पेशाब में यह रंग मिथाइलिन ब्लू दवा, जो कि अमूमन कम इस्तेमाल होती है, के कारण दिखता है। हालांकि पेशाब का पूरी तरह से नीला रंग काफी दुर्लभ होता है, क्योंकि ब्लू पिगमेंट नैचुरल यूरिन पिगमेंट यूरोक्रोम से मिलकर ग्रीन बनाता है।
पेशाब में झाग अधिक बनना या क्लाउडी रंग
वैसे तो पेशाब की गति के कारण आपको यह क्लाउडी दिख सकता है, हालांकि कुछ मामलों में यह यूटीआई संक्रमण का भी संकेत हो सकता है। यूटीआई के कारण पेशाब में जलन और दर्द की भी समस्या हो सकती है। पेशाब करते समय इसके सामान्य रंग में होने वाले बदलाव को ध्यान में रखें, इसमें दिखने वाले किसी भी तरह के बदलाव को नजरअंदाज न करें। इस बारे में किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें।
पेशाब का लाल रंग
लाल रंग में कई बार पेशाब का पिंक, रैड, ब्राउन ऑरेंज या ब्लैक कलर शामिल होता है। यह कई बार पेशाब में ब्लड मौजूद होने की वजह से हो सकता है, या फिर या मूत्रनली और किडनी रोग का सूचक भी होता है या कई बार मासिक धर्म का ब्लड मिलने की वजह से भी ऐसा होता है।