World Blood Donor Day: हर साल 14 जून को ‘वर्ल्ड ब्लड डोनर डे’ सेलिब्रेट किया जाता है। आज से 20 साल पहले 2004 में इसकी शुरुआत हुई थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को रक्त दान के प्रति जागरूग करना, साथ ही ब्लड डोनेट करने वालों के प्रति आभार व्यक्त करना है। रक्त को महादान कहा जाता है। रक्त दान करने से न सिर्फ किसी की जान बचाई जाती है बल्कि मानसिक और शारीरक रूप से शरीर को कई तरह के फायदे भी पहुंचते है। तो चलिए जानते है वर्ल्ड ब्लड डोनर डे पर खून दान देने से शरीर को क्या और कैसे लाभ पहुंचता है।
विश्व रक्तदान दिवस थीम
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इस साल इसकी थीम 'रक्त दें, उम्मीद दें, साथ मिलकर जीवन बचाएं' है. इस साल की थीम इस बात पर जोर देती है कि कैसे आपका एक कदम किसी के जीवन पर प्रभाव डाल सकता है. हर दान उन मरीजों के लिए आशा लेकर आता है जो जानलेवा बीमारियों से जूझ रहे हैं, सर्जरी करवा रहे हैं या रोगों से लड़ रहे हैं.
ब्लड डोनेट से क्या फायदे हैं?
- भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है
- ब्लड डोनेशन के दौरान फ्री चेकअप से शारीरिक लाभ होता है
- नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है
- एक स्वस्थ हृदय और संवहनी प्रणाली
- तनाव कम होता है
- अक्सर ब्लड डोनेट करने से ब्लड प्रेशर और दिल के दौरे का जोखिम कम हो सकता है
- फालतू आयरन को कम करके हार्ट हेल्थ में सुधार करता है।
- एक बार के ब्लड डोनेशन में लगभग 600-650 कैलोरी बर्न होती है।
- रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को तेज करता है ताकि ब्लड सिस्टम एक्टिव और हेल्दी रहे।
- यह एक मिनी हेल्थ चेकअप है, जिसमें आपका ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन लेवल और पल्स चेक हो जाती हैं। साथ ही संक्रामक रोगों के लिए आपके खून की जांच की जाती है।