Harish Chaudhary Congress : मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को कांग्रेस ने प्रदेश की कमान बीते महीनों पहले दी थी, लेकिन कांग्रेस प्रदेश प्रभारी चौधरी को हटा सकती है। जी हां राजस्थान से कांग्रेस विधायक और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी बदले जा सकते है? राजस्थान से आई एक खबर को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं होने लगी है।
हरीश चौधरी पर ये गंभीर आरोप
दरसअल, राजस्थान के बाड़मेर में कमलेश प्रजापति एनकाउंटर मामले में न्यायालय ने 16 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, उनके भाई मनीष चौधरी और तत्कालीन आईजी नवज्योति गोगाई की संदिग्ध भूमिका की जांच के आदेश दिए है। मृतक की पत्नी जशोदा ने उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार के दौरान मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई।
उन्होंने आगे कहा है कि कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी की संदिग्ध भूमिका को नहीं देखा गया और सीसीटीवी फूटेज डिलिट कर दिए गए। न्यायालय के इस आदेश से हरिश चौधरी के साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस की मुश्किले भी बढ़ गई है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी की जिस तरह से मुश्किले बढ़ी है, उससे माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के एक और प्रभारी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे।
क्या बदलेगा प्रदेश प्रभारी?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी पर निश्चत तौर पर जो आरोप हैं वे आरोप है। उन्हें प्रदेश प्रभारी के पद से हटाए जाने की संभावनाएं कम है, लेकिन सबसे ज्यादा इन आरोपों का असर मध्यप्रदेश की राजनीति पर पड़ सकता है। बीजेपी मामले को लेकर मजबूती के साथ कांग्रेस पर हमलावार हो सकती है। अगर प्रदेश की राजनीति में मामला तूल पकड़ता है तो पार्टी फिर से प्रदेश प्रभारी बदल सकती है। क्योंकि हरीश चौधरी पर एक व्यक्ति की हत्या की साजिश का आरोप है। चौधरी प्रदेश प्रभारी और विपक्ष के प्रभारी होने के नाते पार्टी के लिए किस मुंह से सवाल उठाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस फिर से प्रदेश का प्रभारी बदल सकती है।
इन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश
आपको बता दे कि सीबीआई कोर्ट ने 2 आईपीएस सहित कुल 24 पुलिस अफसरों और कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि तत्कालीन राजस्व मंत्री और मौजूदा कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी, उनके भाई मनीष चौधरी और तत्कालीन आईजी नवज्योति गोगोई को भी मामले की जांच में शामिल कर उनकी भूमिका की जांच की जाए।