अंबिकापुर। Coal Mafia : जमीन अधिग्रहण होने के बाद भी लम्बे अरसे से एसईसीएल की अमेरा ओपनकास्ट कंपनी रियोजना चालू करने का इन्तेजार कर रही थी। काफी मशक्कत के बाद बीते एक जनवरी को कोयला उत्पादन का काम चालू हो पाया, लेकिन परियोजना के चालू होने के डेढ़ महीने में ही आसपास के कोयला माफिया और ग्रामीणों द्वारा कोयला चोरी करने की शिकायत आने लगी। चोरी की बढती घटनाओं को देखते हुए एसईसीएल की अमेरा ओपनकास्ट परियोजना के प्रबंधक ने आसपास रहने वाले कई ग्रामीणों और कोल माफियाओं के विरुद्ध नामजद एफ़ाइआर दर्ज कराया है। रोजाना 200 से ज्यादा ग्रामीण कोयला चोरी करते हैं। इतना ही नहीं गार्ड के मना करने पर ग्रामीण विवाद पर उतर आते हैं। जिसमें अब कोयला चोरी करने का वीडियो सामने आया है। जांच में बताया गया कि ग्राम परसोड़ी, कटकोना, पुहपुटरा, के ग्रामीण ही कोयला चोरी करते है। फिलहाल इस मामले में फिर कार्रवाई की मांग की गई है। अब देखना ये है कि इसी तरह चोरी होती रहेगी या शासन प्रशासन द्वारा इस पर कोई सख्त एक्शन लिया जायेगा।
अहमदाबाद की कंपनी से 795 करोड़ का अनुबंध :
Coal Mafia : ग्रामीणों द्वारा जान जोखिम में डालकर ओबी (overburden) पहाड़ी से नीचे उतरकर प्रतिबंधित कोल फेस से जबरन कोयला चोरी की जा रही है। चोरी के कोयले को कोल माफिया रात में ट्रकों के जरिये कथित पुलिसिया संरक्षण में बेरोकटोक कोयला तस्करी का कार्य को अंजाम दे रहे हैं। जानलेवा हादसे की संभावना से चिंतित क्षेत्रीय महाप्रबन्धक अजय तिवारी सरगुजा एसपी से मुलाकात कर कोयला चोरी पर रोक लगाने की गुजारिश भी कर चुके है, लेकिन कोयले का काला कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है। ये खदान से ओबी उत्पादन व कोयला उत्पादन करने अहमदाबाद गुजरात की मेसर्स सीसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से सात साल के लिए 795 करोड़ में अनुबंध किया गया है। उसके बाद विगत 27 सितंबर को ठेका कंपनी ने 16 हेक्टेयर भूमि से सात लाख टन कोयला उत्पादन करने ओबी उत्पादन करने का काम शुरू किया था। जहां से बीते एक जनवरी से कोयला उत्पादन शुरू किया गया है।