भोपाल। नई और पुरानी अवैध कॉलोनियों को लेकर एक बार फिर सख्ती नजर आ रही है। हुजूर तहसील में अब तक 15 नई कॉलोनियां चिन्हित की गई हैं, जबकि गोविंदपुरा क्षेत्र में इनकी संख्या मात्र पांच है। जबकि शहर के आसपास सौ से अधिक कॉलोनियां अवैध रूप से काटी गई हैं। इन कॉलोनियों के नाम लिस्ट से गायब हैं। इन कॉलोनियों का सिर्फ डायवर्जन कराया गया है। जबकि टीएंडसीपी सहित नगर निगम की अन्य परमिशन नहीं ली गई हैं। इन कॉलोनियों में प्लॉट बेचने के लिए बिजली, पानी, सीवेज, सड़क सहित अन्य सुविधाओं का वादा करते हैं, लेकिन बाद में खरीदार को ऐसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं।
255 अवैध कालोनियों पर एफआईआर
सरकारी रिकार्ड में ही 2016 के बाद 576 अवैध कालोनियां हो गई थी। इनमें से 320 कालोनियों को वैध किया जा चुका है। साल 2016 के बाद बनी 255 कालोनियों को पूरी तरह अवैध मान लिया गया है। इनमें से 159 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है, हाल ही में 96 के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
डायवर्सन के बैनर लगाकर बेचे जा रहे प्लॉट
काॅलोनाॅइजर द्वारा जगह-जगह डायवर्सन के बैनर लगाकर लोगों को प्लाॅट और फार्म हाउस बेचे जा रहे हैं। अकेले लांबाखेड़ा और उससे लगे क्षेत्र में ही एक दर्जन से अधिक अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं। कोलार, रातीबड़, भोपाल बायपास, देवलखेड़ी, श्यामपुर, सुखी सेवनिया, भानपुर, इमलिया, मालीखेड़ी, दामखेड़ा, झागरिया, कोकता, बिलखिरिया, जगदीशपुर, अरवलिया, परवलिया, ईंटखेड़ी, बैरसिया रोड, रायसेन रोड, नर्मदापुरम रोड, बंगरसिया रोड, भोजपुर रोड, खजूरी रोड, गांधीनगर रोड पर अवैध कॉलोनियां काटी गई हैं।
कॉलोनाइजर पर कराएंगे एफआईआर
शहर में अवैध कालोनियों को चिह्नित करने के लिए सभी सर्कल के एसडीएम को सर्वे कर लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। प्रतिवेदन मिलने के बाद कालोनाइजर पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। लोगों को सुविधाएं मिल सकें इसके लिए नगर निगम को जिम्मा सौंपा जाएगा।
कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर