Rapists Farhan Khan : छात्राओं से दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न सहित उन्हें धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने वाले आरोपियों फरहान खान को 30 अप्रैल तक और अली खान को 2 मई तक जिला न्यायालय ने पुलिस रिमांड पर सौंपा है। पुलिस ने बीते सोमवार की शाम 4 बजे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आरती आर्य के न्यायालय में भगवा गमछे में पेश किया था। इस दौरान पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
मुस्लिम वकीलों ने भी धुना
दरअसल, आरोपियों पर खतरा भांपकर पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। शाम 4 बजे से रात 8:30 बजे तक साढ़े आठ घंटे तक कोर्ट परिसर में वकीलों का हंगामा होता रहा। आरोपियों से मारपीट करने वालों में केवल हिन्दू वकील ही नहीं, मुस्लिम वकील भी शामिल रहे। वकीलों का गुस्सा देख आरोपियों को जज के कोर्ट में छिपाना पड़ा। आरोपियों पर वकीलों के गुस्से का शिकार दो पुलिसकर्मियों को होना पड़ा। आरोपियों को सुरक्षित रखने के प्रयास में वे खुद चोटिल हुए हैं।
हिंदू संगठन बोले-हमें सौँप दो
आरोपी फरहान और साहिल को कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस मेडिकल कराने जय प्रकाश अस्पताल पहुंची। वहां हिंदू संगठन संस्कृति बचाओ मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए हिंदू संगठन के लोगों ने आरोपियों के मुंह पर कालिख पोतने का कहा और पुलिस को उन्हें संगठन के हाथ सौंपने की बात कही। हंगामा होता देख पुलिस को आरोपियों को बिना मेडिकल कराए ही लेकर जाना पड़ा। इसके बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जय प्रकाश अस्पताल में हालात सामान्य होने के बाद आरोपियों का मेडिकल कराया गया।
भीड़ से बचाकर पुलिस ने निकाला बाहर
हालात तनावपूर्ण होते देख पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया था। क्यूआरएफ की टीम को बुलाया गया। वह कोर्ट रूम के पास जैसे ही पहुंचते, भीड़ उनका विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर देती। रात करीब 7.45 बजे भीड़ कोर्ट रूम से थोड़ी दूर हुई। तभी क्यूआरएफ ने पुलिस के साथ घेरा बनाकर आरोपियों को कोर्ट रूम से बाहर निकाला। अली के पैर में फ्रेक्चर होने के कारण उसे कोर्ट से बाहर सुरक्षित ले जाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस कुछ कदम ही बढ़ी होगी कि अचानक लाइट बंद हो गई। कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह पुलिस एक आरोपी को पीछे के दरवाजे तक लेकर आई। इस बीच भीड़ ने आरोपियों पर हमले का फिर प्रयास किया। आरोपी साद को लॉकअप के पास के गेट से ले जाया गया। तब तक भीड़ बंट चुकी थी। फरहान को पुलिस कोर्ट में पेश होने के तत्काल बाद निकाल लिया था।
बेल्ट और गमले लेकर टूट पड़े वकील
रात 8:30 बजे पुलिस के कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपियों को कोर्ट रूम से बाहर निकालते ही आक्रोशित वकीलों ने जय श्री राम, हर-हर महादेव, वंदे मातरम एवं भारत माता की जय का उद्घोष करते हुए आरोपी फरहान खान और अली खान के ऊपर बेल्ट और गमले लेकर टूट पड़े। जिसके हाथ में जो आया उससे आरोपियों की जमकर कुटाई की।
बागसेवनिया पुलिस की लापरवाही
बागसेवनिया पुलिस ने सोमवार सुबह तीनों आरोपियों में फरहान, साद और साहिल का जुलूस निकाला था। आरोपियों से मुख्य सड़क पर उठक-बैठक भी लगवाई। इस संवेदनशील मामले में आरोपियों का जुलूस निकालने से पहले पुलिस को यह तक ध्यान नहीं रहा कि यदि हिंदू संगठनों को आरोपियों के जुलूस की भनक लगती है तो पुलिस कस्टडी में आरोपियों पर हमला हो सकता है।
चौथा आरोपी अली भी गिरफ्तार
पुलिस ने यौन उत्पीड़न के इस सनसनीखेज मामले में चौथे आरोपी अली को निजामुद्दीन कॉलोनी से गिरफ्तार किया है। अशोका गार्डन पुलिस को जानकारी मिली थी कि अली यहां एक युवती के घर छिपा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर इलाके की घेराबंदी की और आरोपी को दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि रविवार देर रात पुलिस की धरपकड़ की कार्रवाई में अली ने भागने का प्रयास किया था। इससे वह गिर गया और उसके पैर में फैक्चर हो गया। पुलिस उस युवती से भी पूछताछ कर रही है, जिसके घर अली ने पनाह ली थी। अशोका गार्डन पुलिस ने पूछताछ के लिए अली को 5 दिन की रिमांड पर लिया है, जबकि आरोपी साद को जेल भेज दिया गया। अली पर दो पीड़िताओं से दुष्कर्म और साथियों को परोसने का आरोप है कि उससे इस संबंध में पुलिस पूछताछ करेगी।