MP Weather Update : मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है। जिससे भोपाल, ग्वालियर समेत कई जिलों में शुक्रवार सुबह से हल्की और तेज बारिश का दौर जारी रहा। शुक्रवार को प्रदेश के 37 से अधिक जिलों में मध्यम और तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। सीधी में 9 घंटे में ही 4.8 इंच पानी गिर गया। वहीं, सिंगरौली में 7 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके चलते सिंगरौली के स्कूलों में शनिवार को छुट्टी रहेगी। सिंगरौली जिले में बीती रात 3:00 बजे से लेकर अब तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है।
गिरे 07 कच्चे मकान
माडा इलाके में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इलाके में सात कच्चे मकान गिर गए हैं। लोगों को सामुदायिक भवन में शिफ्ट किया गया है। कई घरों-दुकानों में पानी भर गया। इलाके में कई घरों-मकानों में पानी भर गया है। नुकसान का सर्वे करने के निर्देश भी दिए हैं। डिंडौरी में बारिश के चलते नर्मदा और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। नर्मदा घाट पर बने मंदिर डूब चुके हैं। अशोकनगर के चंदेरी में राजघाट डैम के 12 गेट खोले गए। इससे यहां पुल पर 8 फीट तक पानी भर गया।
एमपी-यूपी हाईवे बंद
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाला हाईवे बंद है। हाईवे पर दोनों ओर लंबी कतारें लगी हुई हैं। ग्वालियर में सुबह तेज बारिश हुई। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सरकारी बंगले में पानी भर गया। हजीरा इलाके में पुरानी इमारत ढह गई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को पचमढ़ी में डेढ़ इंच, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा और गुना पौन इंच, सागर, ग्वालियर और नर्मदापुरम में आधा इंच बारिश हुई। वही अनूपपुर जिले में बीती रात से हो रही बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। राजेंद्रग्राम थाना अंतर्गत रीवा-अमरकंटक रोड पर पुलिया पर से पानी बह रहा है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से ट्रैफिक रुकवा दिया है। दोनों ही तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
37 जिलों में अलर्ट
शनिवार को भी 19 जिलों में अति भारी और 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि प्रदेश में दो द्रोणिका और दो पश्चिमी विक्षोव सक्रिय हैं।
कहां-कितना पानी गिरा?
पिछले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर में सबसे ज्यादा 3.7 इंच पानी गिरा। रायसेन में 2.4 इंच, पचमढ़ी में 1.9 इंच, सिवनी में 1.6 इंच, भोपाल, दतिया-मलाजखंड में 1.1 इंच बारिश दर्ज की गई।
छिंदवाड़ा में 20 गांवों से संपर्क टूटा
छिंदवाड़ा जिले के हर्रई विकासखंड में लगातार 12 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कट्टा नदी और नाले उफान में होने की वजह से करीब 20 गांवों से संपर्क टूट गया है।
ये हैं हालात?
जबलपुर में बरगी डैम के दो गेट और खोले गए हैं। इससे पहले 5 गेट खोले गए थे। अब कुल 7 गेटों से 40,259 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बैतूल के सारणी में सतपुड़ा डैम के भी 7 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। मुरैना जिले में पगारा डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 655.88 फीट तक पहुंच गया है। इसके सभी 6 ऑटोमैटिक गेट खुल गए हैं।