Bhopal BCLL Bus : पिछले दो साल से शहर के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी लो फ्लोर बसें अब पूरी तरह से बंद होने की कगार पर आ गई हैं। वर्तमान में शहर के 12 रूटों पर सिर्फ 95 बसें ही चल रही थीं, जो फेरे लगाती थीं, लेकिन ड्राइवर और कंडक्टरों का वेतन नहीं मिलने से सोमवार से 40 बसों के पहिए पूरी तरह से थम गए। ऐसे में बसों के भरोसे अपने काम निपटाने वाले लोगों को खासी दिक्कत उठानी पड़ी। कुछ लोगों ने कैब से अपने काम निपटाए, तो कुछ को ऑटो के महंगे किराये ने परेशान किया।
राजधानी में बीसीएलएल के तहत काम करने वाले इनक्यूबेट बस आपरेटर के ड्राइवर और कंडक्टरों ने वेतन, पीएफ और ग्रैच्युटी फंड की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल का असर सीधे तौर पर आम यात्रियों पर पड़ा है, जो रोज सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा करने को मजबूर हैं।
इंतजार करते रहे यात्री, नही आई बस
बीते सोमवार सुबह से ही शहर की प्रमुख सड़कों पर लो-फ्लोर सिटी बसें नदारद रहीं। हड़ताल की वजह से 12 रूटों पर बस सेवाएं पूरी तरह ठप हो गईं, जिससे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर वे लोग जो दफ्तर, कालेज या बाजार आने-जाने के लिए इन बसों पर निर्भर हैं, उन्हें प्राइवेट वाहनों और ऑटो रिक्शा के भरोसे रहना पड़ा। सोमवार को बस ऑपरेटर्स की हड़ताल की वजह से सड़कों पर 55 बसें ही दौड़ सकीं।
पीएफ, ग्रेच्युटी भी नहीं मिली
लो फ्लोर बसें चलाने वाले ड्राइवर और कंडक्टरों को न तो नियमित वेतन मिल रहा है और न ही पीएफ और ग्रैच्युटी की राशि। इनक्यूबेट बस आपरेटर जिसके पास 70 बसें थीं, उनमें से 30 बसें पहले ही बंद हो चुकी हैं। केवल 40 बसें चल रही थीं, जिन्हें भी सोमवार से बंद कर दिया गया है। हालांकि दो अन्य आॅपरेटर्स की 55 बसें चल रही हैं।
प्राइवेट वाहन चालकों की चांदी
नगर निगम और बीसीएलएल की लापरवाही की वजह से टिकट कलेक्शन की जिम्मेदारी अधर में लटकी थी, जिससे 149 बसें बंद पड़ी हैं। इस संकट के बीच आटो चालकों और प्राइवेट वाहनों की चांदी हो गई है। जिससे यह मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
क्या कहते है अधिकारी
बीसीएलएल डायरेक्टर मनोज राठोर का कहना है कि इनक्यूबेट बस आपरेटर के 70 बसें थी। तीस बसें पहले ही बंद थीं 40 बसों के ड्राइवर और कंडक्टरों ने नियमित वेतन नहीं मिलने से बेमियादी हड़ताल कर दी। नगर निगम आयुक्त से बात करके मामले का समाधान करने को कहा है। जल्द ही बसें दोबारा से सड़कों पर दौड़ेंगी।