Asaduddin Owaisi: एआईएमआईएम (AIMIM) के नेता और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उच्च यूसीसी (Uniform Civil Code) के मुद्दे पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में यह दावा किया है कि मोदी ने तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड और पसमांदा मुस्लिमों पर कुछ टिप्पणी की हैं. उनके ट्वीट में वे यह भी कह रहे हैं कि मोदी जी ने ओबामा की सलाह को समझा नहीं हैं.
ओवैसी ने आगे लिखा है, "मोदी जी, क्या आप 'हिन्दू अविभाजित परिवार' (HUF) को खत्म करेंगे? इसकी वजह से देश को हर साल 3064 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. आप एक तरफ पसमांदा मुस्लिमों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, और दूसरी तरफ आपके पैरों उनकी मस्जिदों पर हमला कर रहे हैं, उनका रोजगार छीन रहे हैं, उनके घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं, उनकी लिंचिंग के जरिए हत्या कर रहे हैं और उनके आरक्षण के खिलाफ भी काम कर रहे हैं।"
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ओवैसी ने कहा है, "आप अलग-अलग नियमों की बात करते हैं, लेकिन क्योंकि टैक्स के माध्यम से सिर्फ हिंदू अविभाजित परिवार को लाभ पहुंच रहा है, यह संविधान के इक्वालिटी के खिलाफ है. इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट होता है, हिंदू में जन्म-जन्मान्तर का साथ, यूनिफॉर्म सिविल कोड इसके विपरीत है, यह हिंदू सिविल कोड की बात है. भारत के मुस्लिमों को लक्ष्य बनाना मकसद है."
इस पर पीएम के बयान पर ओवैसी का क्या जवाब है? उन्होंने कहा है, "आप एक विभिन्न नियम सेट की बात करते हैं, तो फिर केवल हिन्दू अविभाजित परिवार को ही क्यों टैक्स दिया जा रहा है? क्या यह संविधान के इक्वालिटी के खिलाफ नहीं है? यह इस्लाम में नहीं है, हिंदू सिविल कोड की बात है. भारत के मुसलमान को टारगेट करना मकसद है.
प्रधानमंत्री मोदी ने यूसीसी (Uniform Civil Code) पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने यह कहा कि समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है और देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है. उन्होंने संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही है और सुप्रीम कोर्ट की अपील की ये बात कही कि समान नागरिक संहिता लाओ.
उन्होंने तीन तलाक पर भी बात की और कहा कि तीन तलाक के पक्ष में बात करने वाले लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बड़ा अन्याय कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि तीन तलाक से सिर्फ बेटियों को ही नुकसान नहीं होता है, बल्कि पूरा परिवार तबाह हो जाता है.
असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने गरीब मुस्लिमों की स्कॉलरशिप्स को खत्म कर दिया है और वे इस्लाम के खिलाफ अत्याचार करने की खुली छूट दे रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम के कार्यकर्ता ने उनके नबी की शान में गुस्ताखी की है.
ओवैसी ने इसके अलावा महिलाओं पर शोषण की बात भी कही और कहा कि तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने से समाज-सुधार नहीं होगा, बल्कि उसके जमीनी स्तर पर महिलाओं पर शोषण बढ़ा है. उन्होंने कानून बनाने की जगह मर्दों के खिलाफ कानून बनाने की मांग की है जो शादी के बाद भी पत्नी को छोड़ कर फरार हो जाते हैं.
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