UPI Payment: भारत में अब यूपीआई सर्विसेस आम आदमी की जिंदगी का हिस्सा बन गई है। लेकिन 1 अगस्त से डिजिटल पेमेंट करने वालों के लिए एक बड़ा बदलाव होने वाली है। दरअसल आप अपना बैलेंस अब से एक दिन में सिर्फ 50 बार ही चेक कर पाएंगे। अब तक ऐसा करना अनलिमिटेड था। इसके साथ ही आप किसी को UPI से पैसे ट्रांसफर करेंगे, तो आपके स्क्रीन पर ट्रांजेक्शन के बाद तुरंत बैंक खाते का बैलेंस भी दिखाई देगा।
नए नियम की घोषणा:
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने इस नए नियम की घोषणा करते हुए कहा है कि बदलाव का मकसद ट्रांजैक्शन को और ज्यादा पारदर्शी और यूजर-फ्रेंडली बनाना है। यह परिवर्तन उन लोगों के लिए राहत लेकर आएगा जो हर बार पेमेंट के बाद बची रकम जानने के लिए अलग से बैलेंस चेक करते हैं।
बैलेंस चेक की लिमिट सीमा तय:
इस बदलाव को लेकर NPCI ने बताया कि इसके साथ एक और सुविधा की लिमिट भी तय की है। जिससे यूजर अब एक दिन में लेकिन 50 बार ही अपने बैंक बैलेंस चेक पाएंगे। इस सिस्टम से अब अतिरिक्त लोड नहीं होंगे साथ दी ट्रांजैक्शन करने समय स्पीड भी तेज रहेगी। यह अपडेट PhonePe, Amazon Pay, CRED, Paytm, BHIM और Google Pay सहित लगभग 10 UPI ऐप्स में लागू होगी।
अब स्क्रीन पर दिखेगा ट्रांजैक्शन के बाद बैलेंस:
देशभर में 1 अगस्त 2025 से लागू होने वाले इस नए नियम के अंतर्गत आपके खाते का बचा हुआ बैलेंस हर UPI पेमेंट के बाद स्क्रीन पर दिखेगा। यानी पेमेंट के तुरंत बाद यह जानना आसान होगा कि अब खाते में कितनी राशि बची है। एनपीसीआई ने UPI सिस्टम में यह नया फीचर शामिल किया है, जिससे पेमेंट करने के बाद फाइनेंशियल ट्रैकिंग और प्लानिंग आसान होगी।
ऑटो पेमेंट्स पड़ेगा इफैक्ट:
बता दें कि ये बदलाव सामान्य ट्रांजैक्शन के साथ साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट टिकटिंग फास्टैग, ऑटोमेटेड पेमेंट सिस्टम और मेडिकल स्टोर्स में भी यह बैलेंस डिस्प्ले फीचर जोड़ा जाएगा। हालांकि त्योहारों, सैलरी वाले दिनों या नेटवर्क भारी रहने पर बैलेंस दिखाने में थोड़ी देरी हो सकती है।
पारदर्शी होगी डिजिटल पेमेंट:
वहीं इस बदलाव से न केवल डिजिटल पेमेंट सिस्टम को बेहतर बनाएगा, बल्कि ट्रांजैक्शन पर भी इससे यूजर्स की अच्छी पकड़ बनेगी। UPI को और भी विश्वसनीय, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।