रायपुर: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर का अधूरा स्कॉई वॉक प्रोजेक्ट अब पूरा होने वाला है। दरअसल मुख्यमंत्री साय की सरकार ने इसका निर्माण पूर्ण कराने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने लगभग 37.75 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने इस अधूरे काम को पूरा करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस कार्य को पूरा करने का ठेका रायपुर के पीएसएए कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।
विपक्ष ने उठाया था सवाल :
इस कार्य को पूरा करने का ठेका रायपुर के पीएसएए कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक ये स्कॉई वॉक का प्रोजेक्ट भाजपा के शासनकाल में लाया गया था, जो पिछले 8 वर्षों से अधूरा पड़ा है। दरअसल विपक्ष में रही कांग्रेस ने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने के बाद इसके उपयोग पर सवाल उठाया था, और इसका विरोध भी किया था।
इस प्रोजेक्ट में खर्च हुए इतने लाख :
हालांकि अब इस स्काईवॉक के निर्माण का कार्य 70 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में अब तक 45 लाख रुपए खर्च हुए हैं। इसके अलावा डब्ल्यूडी के पास 31 करोड़ रुपए की राशि जमा है। लेकिन इस राशि में कोई कंपनी अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करते के लिए रूचि नही ले रही थी। जिसके चलते एक भी कंपनी ने पूर्व में निकाले गए टेंडर के दौरान आवेदन नहीं दिया था।
ट्रैफिक से मिलेगी राहत:
स्काईवॉक का निर्माण कार्य तत्कालीन मुख्यमंत्री रमनसिंह के कार्यकाल में 2016-17 में शुरू किया था। क्योंकि इन मार्गों में दोपहिया वाहनों और अत्यधिक चारपहिया के आवागमन के चलते पैदल चलने वाले लोगों को यहां पर काफी परेशानी होती थी।एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक इस मार्ग पर करीब 40 हजार लोग हर दिन पैदल यात्रा करते हैं। जिसे देखते हुए इस स्काई वाक निर्माण का शुरू हुआ था। जो डॉ. भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय चौक से शास्त्री चौक बनाने का फैसला किया था। इसके अलावा ये स्काईवॉक आंबेडकर अस्पताल गेट से जयस्तंभ चौक मल्टीलेवल पार्किंग से तक बनना है, जिससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में भी सुधार होगा साथ ही पैदल यात्रियों को ट्रैफिक से राहत भी मिलेगी।