भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर से बालाघाट जाते समय सिवनी में घोषणा की कि यहां 300 करोड़ रुपए की लागत से मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ शीघ्र किया जाएगा। सिवनी और बालाघाट में बहनों से राखी बंधवाने के बाद डॉ. यादव ने कहा कि बहनों के स्नेह का कोई मोल नहीं है। मैं आपके आत्मीय भाव से अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार नारी सशक्तिकरण की दिशा में लगातार काम कर रही है। यह सिलसिला कभी थमने वाला नहीं है। डॉ. यादव बालाघाट में रक्षाबंधन और श्रावण उत्सव के अवसर पर कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पूरा अगस्त माह श्रावण उत्सव माह के रूप में मनाया जा रहा है। आने वाली 10 तारीख को लाड़ली बहनों को प्रतिमाह मिलने वाली 1250 रुपए की राशि के अतिरिक्त 250 रुपए रक्षाबंधन के लिए दिए जा रहे हैं। सीएम ने किसानों से चर्चा के दौरान धान में बोनस देने की बात कही। इसके साथ ही स्व सहायता समूह की बहनों ने साड़ी से बनी 20 फीट लंबी राखी भेंट की।
महिलाओं और बच्चों का बजट किया दोगुना
यादव ने कहा कि हमने महिलाओं और बच्चों का बजट लगभग दोगुना कर दिया है। लाड़ली बहनों और उज्ज्वला गैस कनेक्शन के हितधारकों को 450 रुपए गैस सिलेंडर की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने तेंदूपत्ता की राशि भी बढ़ाई है, 1 हजार रुपए प्रति बोरा बढ़ाकर 4 हजार रुपए बोरा किया है। जनजातीय भाई बहनों के समग्र विकास के लिए 40 हजार 808 करोड़ रुपए का बजट में प्रावधान किया गया है, ये पिछली बार के बजट से 25 फीसदी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि बैगा बसाहट में 19 सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। उनके लिए नल से जल का अभियान भी हम शुरू कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा
बहनों के स्नेह का कोई मोल नहीं, आत्मीय भाव से हूं अभिभूत
नारी सशक्तिकरण की दिशा में लगातार कार्य कर रही सरकार
रक्षाबंधन और श्रावण उत्सव के रूप में मनाया जा रहा पूरा माह
बहनों ने राखी बांधी, किसानों को भी दिया भरोसा
जबलपुर से बालाघाट रोड के जरिए जाते समय सिवनी पहुंचने पर लाड़ली बहनों ने डॉ. यादव को तिलक लगाकर राखी बांधी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिवनी में वैनगंगा नदी पर बने भीमगढ़ बांध के बैकवाटर का निरीक्षण किया एवं अतिवर्षा से निर्मित हुई बाढ़ की स्थिति का जायजा लेकर अधिकारियों को राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान चिंता न करें, बाढ़ और अतिवृष्टि से हुई फसलों के नुकसान के साथ पशु हानि, मकान की क्षति की भरपाई भी प्रदेश सरकार करेगी। अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों एवं मकान तथा अन्य संपतियों की क्षति का आंकलन कर मुआवजा राशि का वितरण किया जाएगा।