ज्योतिरादित्य सिंधिया : मध्यप्रदेश में लोकसभा के पहले चरण के मतदान के बाद अब दूसरे चरण की बारी है। दूसरे चरण के मतदान से पहले प्रत्याशियों के बीच सियासी शब्दों के बाण शुरू हो गए है। प्रत्याशी लगातार वोटरों को लुभाने के लिए अपने अपने दावो ठोक रहे है। इसी कड़ी में प्रदेश की सबसे हॉट सीट गुना लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ा बयान देते हुए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर हमला बोला है तो वही महाराज पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा हमला बोला है।
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों गुना लोकसभा में चुनाव प्रचार कर रहे है। उनके साथ उनके बेटे और उनकी पत्नी भी महाराज के संसदीय क्षेत्र में सक्रिय है। महाराज की महारानी अपने पति के लिए महिलाओं के बीच जाकर वोट मांग रही है तो वही उनके बेटे युवाओं को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे है। वही महाराज सिंधिया उनके द्वारा किए गए कार्यो का बखान करने से नहीं चूक रहे है।
हाल ही में महाराज सिंधिया ने गुना के अमोदा में एक जनसभा के दौरान अपने एक बयान में कहा है कि अगर में कांग्रेस की सरकार नहीं गिराता तो लाड़ली बहनों को लाड़ली बहना योजना का पैसा नहीं मिलता, उनका पैसा कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के जेब में चला जाता। इतना ही नही सिंधिया ने किसानों को लेकर कहा कि अगर सरकार न बदलता तो किसान को भी किसान सम्मान निधि के 6 हजार रुपए मध्यप्रदेश की सरकार से न मिलते।
पटवारी का महाराज पर हमला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में गुना लोकसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर पलटवार किया है। पटवारी ने कहा है कि उन्हें बताना पड़ेगा कि शिवपुरी-गुना क्यों कुपोषित है?...वहां के बच्चों को स्कूल, कॉलेज, स्वास्थ्य सेवाएं क्यों नहीं मिली? इसका जवाब देना चाहिए। आप इतने साल से वहां सांसद थे।
बता दें कि गुना लोकसभा सीट से बीजेपी ने केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट दिया है। गुना लोकसभा सीट उनकी पारंपरिक सीट रही है। वे यहां से कई बार सांसद रह चुके है। हालांकि सिंधिया पिछला लोकसभा का चुनाव हार गए थें। सिंधिया गुना लोकसभा से पहली बार कमल के चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे है। जबकि कांग्रेस ने यहां से यावद नेता और दिग्गज कांग्रेस नेता यादवेन्द्र सिंह यादव को टिकट दिया है। दोनों के बीच मुकाबला टक्कर का बताया जा रहा है। यह भी बता दें कि गुना लोकसभा यादव बाहुल क्षेत्र है। यादव समाज चुनाव में निर्णायक भूमिका में होती है।