रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही संस्कृत में भी डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है। इन दो डिप्लोमा पाठ्यक्रमों सहित रविवि पांच नए कोर्स शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रारंभकरेगा। इन सभी पाठ्यक्रमों के लिए ऑफलाइन आवेदन रविवि द्वारा मंगाए जाएंगे। इनके लिए प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। सभी पाठ्यक्रमों में दाखिले पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिए जाने की तैयारी है। विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं एवं विभागों के माध्यम से ये पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रवेश प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम से 20 जून से प्रारंभहोगी। छात्रों को 30 जून तक का समय इन पाठ्यक्रमों में आवेदन के लिए दिया जाएगा।
रोजगार के नए अवसर मिल सकें इसलिए किया गया लॉन्च:
प्रबंधन के मुताबिक, छात्रों को रोजगार के नए अवसर मिल सकें इसलिए इन पाठ्यक्रमों को लॉन्च किया गया है। विद्यार्थियों के शैक्षणिक, व्यावसायिक एवं वैचारिक विकास को ध्यान में रखते हुए इन कोर्स को डिजाईन किया गया है। अधिकतर पाठ्यक्रम नवाचार, भारतीय ज्ञान परंपरा, योग एवं महिला अध्ययन जैसे विषयों पर केंद्रित हैं। संबंधित अध्ययन शालाओं में संपर्क कर छात्र अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ये नए पाठ्यक्रम होंगे प्रारंभ:
डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: यह एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम होगा। इसके अंतर्गत दो सेमेस्टर होंगे। कम्प्यूटर विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी अध्ययनशाल के अंतर्गत इसका संचालन होगा। इसके लिए 20 सीटें निर्धारित की गई है। एआई के बढ़ते ट्रेंड और रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए इसे शुरु किया गया है।
डिप्लोमा इन संस्कृत: यह भी एक वर्षीय पाठ्यक्रम होगा। एआई की तरह इसमें मी 20 सीटें होंगी तथा छात्रों को एक वर्ष में दो सेमेस्टर परीक्षाएं दिलानी होगी। सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज सिस्टम इस पाठ्यक्रम का संचालन करेगा। भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने यह पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है।
एमए योगा: रविवि के योगा अध्ययनशाला के अंतर्गत योग एवं दर्शनशास्त्र में स्नातकोतर की उपाधि प्रदान की जाती है। अब शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला के अंतर्गत केवल योगा में एमाएक की उपाधि प्रदान की जाएगी। यह 2 वर्षीय पाठ्यक्रम होगा और इसमें 4 सेमेस्टर होंगे। इसके लिए 30 सीटें निर्धारित की गई है।
एमए ट्राइबल स्टडीज एंड इंडियन नॉलेज सिस्टम: सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज सिस्टम के अधीन यह पाठ्यक्रम भी शुरू किया जा रहा है। इसमें 20 सीटें होंगी। इस पाठ्यक्रम की अवधि भी 2 वर्ष रखी गई है। छात्रों को 2 वर्ष के दौरान 4 सेमेस्टर परीक्षाएं दिलानी होगी।
एमए वीमन एंड जेंडर स्टडीज: रविवि के महिला अध्ययन केंद्र के अंतर्गत इस पाठ्यक्रम का संचालन किया जाएगा। इस स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रारंभिक बैच में 20 सीटें ही हैं। इस दो वर्षीय पाठ्यक्रम में 4 सेमेस्टर होंगे।