रायपुर: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री एवं कोंटा विधायक कवासी लखमा को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनवरी में जेल जाने के बाद आज पहली बार बाहर आए हैं। लखमा ने कहा कि वे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिनमें हार्ट, शुगर और आंखों से जुड़ी बीमारी शामिल है।
विधानसभा में बस्तर की आवाज उठाने का दावा
विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर कवासी लखमा ने कहा कि उन्होंने बस्तर के मुद्दे उठाए थे, इसी वजह से उन्हें जेल में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था। राजकुमार कॉलेज में आयोजित विधानसभा के पहले सत्र में वे शामिल हुए थे, लेकिन पुराने विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हो पाने का उन्हें अफसोस है। बस्तर के मुद्दों को सदन में नहीं उठा पाने को लेकर भी उन्होंने दुख जताया।
ईओडब्लू चार्जशीट में खर्चों का खुलासा
2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में ईओडब्लू द्वारा पेश चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, शराब की काली कमाई का उपयोग कवासी लखमा ने अपने करीबी लोगों पर जमकर किया। चार्जशीट में बंद पड़ी सीमेंट फैक्ट्री में निवेश और महुआ कारोबार में करीब डेढ़ करोड़ रुपये लगाने की जानकारी सामने आई है।
रिश्तेदारों की हवाई यात्रा पर 42 लाख खर्च
चार्जशीट में यह भी सामने आया है कि चुनावी वर्ष 2023 में कवासी लखमा ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों की हवाई यात्राओं पर करीब 42 लाख रुपये खर्च किए। ट्रैवल एजेंट के जरिए टिकट बुक कराए जाने की जानकारी ईओडब्लू को मिली है।
एनएसयूआई नेता को चार करोड़ रुपये देने का आरोप
ईओडब्लू के अनुसार, वर्ष 2020 में दंतेवाड़ा के एनएसयूआई अध्यक्ष हलीम खान को कवासी लखमा ने चार करोड़ रुपये नगद दिए थे। इस राशि से हैदराबाद में भुगतान, रायपुर में मकान खरीद, गहनों की खरीद और अन्य खर्च किए गए। चार्जशीट में यह भी उल्लेख है कि इसी पैसे से आईफोन खरीदकर गर्लफ्रेंड को गिफ्ट किया गया।
महुआ कारोबार में निवेश की कहानी
जांच में यह भी सामने आया है कि महुआ की बढ़ती कीमतों को देखते हुए कवासी लखमा ने एक कारोबारी को पहले एक करोड़ और बाद में डेढ़ करोड़ रुपये निवेश के रूप में दिए थे। जांच एजेंसी द्वारा पूछताछ में संबंधित दस्तावेज कवासी लखमा के नाम से प्रस्तुत किए गए।
44 प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त
एसीबी और ईओडब्लू की कार्रवाई में कवासी लखमा के छह करीबी लोगों के ठिकानों से कुल 44 प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक दस्तावेज अंबिकापुर के कारोबारी अशोक अग्रवाल के पास से मिले हैं। जब्त संपत्तियों से जुड़े लोगों में सुकमा, रायपुर, दंतेवाड़ा और अंबिकापुर के कारोबारी शामिल हैं।
जांच एजेंसियों की नजर आगे की कार्रवाई पर
शराब घोटाले में लगातार हो रहे खुलासों के बीच अब जांच एजेंसियों की नजर कोर्ट की आगामी कार्यवाही और संभावित नई गिरफ्तारी पर टिकी है। मामले में आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।