कोलकाता के सॉल्ट लेक स्थित विवेकानंद युवभारती स्टेडियम में फुटबॉल सुपरस्टार लियोनेल मेसी को देखने उमड़ी भारी भीड़ उस वक्त आक्रोशित हो गई, जब उन्हें उम्मीद के मुताबिक अपने पसंदीदा खिलाड़ी की झलक तक नहीं मिल पाई। अव्यवस्था और खराब इंतजामों के चलते स्टेडियम का माहौल देखते ही देखते तनावपूर्ण हो गया।
टिकट महंगे, इंतजाम नाकाफी
मेसी के फैंस ने आरोप लगाया कि उन्होंने 10 से 12 हजार रुपये तक के टिकट खरीदे, लेकिन इसके बावजूद न तो उन्हें सही जगह मिली और न ही मेसी को ठीक से देखने का मौका। कई दर्शकों ने कहा कि मेसी के आसपास सिर्फ वीआईपी, नेता और अभिनेता मौजूद थे, जबकि आम दर्शकों को उनसे काफी दूर रखा गया।
गुस्से में फैंस ने की तोड़फोड़
निराशा और गुस्से में आए फैंस ने स्टैंड से बोतलें और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं। हालात बिगड़ते देख सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा। स्थिति को काबू में लाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए।
10 मिनट में लौटे मेसी
अफरा-तफरी के बीच लियोनेल मेसी स्टेडियम में महज 10 मिनट ही रुक सके। उन्होंने न तो मैदान में फुटबॉल खेला और न ही कोई पेनल्टी या किक लगाई। सुरक्षा कारणों से उन्हें जल्द ही कड़ी सुरक्षा में स्टेडियम से बाहर ले जाया गया।
वादे पूरे न होने से नाराजगी
फैंस का कहना है कि आयोजनकर्ताओं ने शाहरुख खान के आने का भी दावा किया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हुआ। इससे दर्शकों की नाराजगी और बढ़ गई। कार्यक्रम को बीच में ही रोकना पड़ा, जिससे कई खास मेहमानों से मेसी की प्रस्तावित मुलाकात भी नहीं हो सकी।
सीएम ममता बनर्जी ने जताया अफसोस
घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए इसे कुप्रबंधन का नतीजा बताया। उन्होंने पूरे मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाने का भरोसा दिलाया।