Cyclone Biparjoy Latest Update: 15 जून को अरब सागर में एक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उठने की संभावना है, जो गुजरात के कच्छ जिले के पास से गुजरेगा। इससे पहले ही समुद्र में गतिमान है और इसके कारण गुजरात-महाराष्ट्र के कई जिलों में आपत्ति की स्थिति है। कच्छ, पोरबंदर, अमरेली, गिर सोमनाथ और द्वारिका जिले के सभी स्कूल दो दिनों तक बंद रहेंगे। इन जिलों के स्कूलों में 14 और 15 जून को दो दिन की छुट्टी का निर्णय लिया गया है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण, गुजरात से महाराष्ट्र तक तबाही की आशंका का अलर्ट जारी कर दिया गया है। समुद्र से उफनती लहरें इसकी आगामी भयंकरता की सूचना दे रही हैं। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इस तूफान के सामने निपटने के लिए द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, नवसारी और अन्य कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और कई ट्रेनें रद्द की गई हैं। दिल्ली से लेकर गुजरात तक तूफान की स्थिति की समीक्षा और हालात से निपटने के लिए बैठकें आयोजित की जा रही हैं। हम अद्यतन समाचारों के बारे में जानने के लिए आगे बढ़ें।
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67 ट्रेनें कि गई रद्द :
पश्चिमी रेलवे विभाग ने 67 ट्रेनें रद्द कर दी और लगभग 25 से ज्यादा ट्रेन के रूट बदल दिया गया हैं. वहीं, रेस्कयू टीम ने द्वारका तट से 50 लोगों को सुरक्षित जगह पर पंहुचा दिया गया हैं.
कच्छ जिले में धारा 144 लागू किया गया:
चक्रवात बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए कच्छ जिले में धारा 144 लागू की गई है और सभी स्कूल और कॉलेजों को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इस क्षेत्र में NDRF और SDRF के साथ-साथ कुल 30 टीमें तैनात की गई हैं। कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी की टीमें भी रेस्क्यू के लिए तैनात की गई हैं।
15 जून को 150 किलोमीटर प्रति घंटे से चलेगी हवाए:
चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव सौराष्ट्र कच्छ में दिखाई देने लगा है। यहां तेज बारिश के साथ हवाओं की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटे है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 जून को हवाओं की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
गुजरात से महाराष्ट्र तक तटीय क्षेत्रों में तेज हवाएं, उफनती लहरें और हल्की बारिश देखी जा रही हैं। चक्रवात के खतरे को देखते हुए, गुजरात में बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन पहले ही शुरू हो गया है। इसके अंतर्गत, समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा तक स्थित 7 जिलों से 47 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर निकाला गया है।
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