भोपाल : मध्यप्रदेश की मोहन सरकार लैपटॉप के बाद अब छात्रों को साइकिल की सौगात देने जा रही है। यह सौगात कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश करने वाले 15 लाख छात्रों को दी जाएगी। इस बात की जानकार खुद सीएम मोहन ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर दी। सीएम ने कहा कि शिक्षा की राह साइकिल के संग होगी आसान।
10 जुलाई को दी जाएगी साइकिल
बता दें कि10 जुलाई को भव्य आयोजन के माध्यम से निशुल साइकिल का वितरण किया जाएगा। जिसको लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारी भी शुरु कर दी है। इस योजना की शुरुआत साल 2004-05 में हुई थी। जिसका मुख्या उद्देश्य छात्रों की शिक्षा में आ रही बाधा को दूर करना है।
क्या है योजना?
- निशुल्क साइकिल योजना के तहत गांव के सरकारी स्कूल में 6वीं और 9वीं क्लास में पढ़ने वाले वे छात्र हैं, जिनके गांव में सरकारी स्कूल नहीं है।
- उन्हें पढ़ाई के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। ऐसे छात्र इस योजना के लिए पात्र होंगे।
- छठी और 9वी क्लास में एडमिशन लेने पर एक ही बार इस योजना का लाभ मिलता है।
- अगर कोई फेल हो जाता है या दोबारा इन क्लास में एडमिशन लेता है तो उन्हें इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।
पात्रता के नियम
- इस योजना के पात्रता नियम में ऐसे मजरे/टोले भी शामिल हैं, जिनका स्कूल 2 किलोमीटर या उससे ज्यादा दूर है।
- इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में कन्या छात्रावास में रहने वाली वे छात्राएं जिनका स्कूल 2 किलोमीटर या उससे ज्यादा दूर है, उन्हें भी सरकार की ओर से साइकिल दी जाती है।
- हालांकि ये साइकिल छात्राओं को नहीं बल्कि हॉस्टल को दी जाएंगी। छात्राएं इनका उपयोग कर सकती हैं। छात्राएं जब हॉस्टल छोड़ेंगी तो उन्हें साइकिल स्कूल में ही जमा करानी होगी।
कैसे मिलेगी साइकिल?
- मुफ्त साइकिल के लिए स्कूल के प्रिंसिपल या मुख्य शिक्षक बच्चों की वेरिफिकेशन पोर्टल पर करेंगे।
- इसके बाद विकास खंड ऑफिस से बच्चों को साइकिल मिल जाएगी।
- इसके बाद छात्रों या उनके माता-पिता के बैंक अकाउंट में 2400 रुपये ट्रांसफर किए जा सकते हैं।
- या एक वाउचर कोड भी छात्रों को मिल सकता है, जिसे दिखाकर वे साइकिल खरीद सकते हैं।