Koriya News: कोरिया जिले से चलने वाली कई यात्री बसों में नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इसके बावजूद, संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा नियम विरुद्ध संचालित होने वाले वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। यात्री बसों में मनमानी किराया वसूल करने की शिकायत हमेशा से ही रहती है। इसके अलावा, कई यात्री बसें ऐसी भी दौड़ रही हैं जिनमें यात्रियों को टिकट ही नहीं दिया जा रहा है।
कोरिया जिले से निकलने वाली यात्री बसों में प्रत्येक बस सर्विस का नाम अंकित नहीं रहता है, जबकि यात्रियों को दिए जाने वाले टिकट में उस सर्विस का नाम होना चाहिए। आमतौर पर देखा जाता है कि यात्री बसों के द्वारा यात्रा करने वाले यात्रियों को जो टिकट दिया जाता है, उसमें संबंधित बस का नाम नहीं होता है। कुछ बस सर्विसों को जनता सेवा नाम से टिकट प्रदान किया जाता है।
यह समस्या बहुत देर से चल रही है, लेकिन परिवहन विभाग के अधिकारी खुद से जांच या पड़ताल करने की कोशिश नहीं करते हैं। जबकि यह गंभीर मामला है कि यात्रियों को टिकट देने वाली बस सर्विसों में उस बस का नाम अंकित होना अत्यंत आवश्यक है। कई बसों के द्वारा यह नियम अनदेखा कर टिकट नहीं दिए जाने के साथ-साथ टैक्स चोरी भी हो रही है।
टैक्सी सेवाएं यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण परिवहन साधन हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि टैक्सी दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और यात्री घायल हो जाता है। इससे प्रभावित होने पर, यात्री अपना दावा न्यायालय में मजबूती से प्रस्तुत नहीं कर पाता है और कई बार ऐसा साबित करने में असफल होता है कि दुर्घटना उसी टैक्सी के कारण हुई है, जिसे वे यात्रा कर रहे थे। इस परेशानी से बचने के लिए, यात्रा टिकट में विशेष जानकारी अंकित होनी चाहिए, जैसे टैक्सी का नाम, पता, ड्राइवर का नाम, पता और मोबाइल नंबर, यात्रा के स्थान का नाम और तिथि, और जरूरत पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर।
टैक्सी दुर्घटना पर क्लेम लेने में यात्रियों को काफी परेशानी हो सकती है, जब वे टिकट लेकर टैक्सी का नाम नहीं जानते होते हैं और दुर्घटना हो जाती है। ऐसे मामलों में, यात्रियों को अपना दावा सुरक्षित रखने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए टिकट में टैक्सी का नाम अंकित होना आवश्यक है, ताकि यात्री दुर्घटना के मामले में मजबूत साबिती पेश कर सके। हालांकि, कुछ कंपनियों के बसों में यह नियम तोड़ा जा रहा है, और कुछ नामी कंपनियां इस नियम को ध्यान में नहीं रख रही हैं। इससे यात्रियों को बड़ी परेशानी होती है, क्योंकि उनके पास बस कंपनी के नाम के साथ टिकट नहीं होता है। टिकटों में यह नियमानुसार बस सर्विस का नाम भी अंकित होना चाहिए, ताकि यात्रियों को सुरक्षित रखा जा सके।
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