PM Modi In Bhopal : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में पीएम मोदी ने सतना व दतिया एयरपोर्ट, क्षिप्रा घाट और इंदौर मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी का संबोधन सुनने भोपाल पहुंची करीब 2 लाख महिलाओं को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर को नमन करते हुए कहा कि वह मातृशक्ति की प्रतीक थीं और उनके दर्शन मात्र से श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता के लिए यह अवसर प्रेरणा का स्रोत है।
शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थी अहिल्याबाई
पीएम मोदी ने देवी अहिल्याबाई के प्रशासनिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वह हमेशा शासन को सेवा और सुधार का माध्यम मानती थीं। अंग्रेजों के कठिन दौर में भी उन्होंने कई ऐतिहासिक कार्य कर दिखाए। उन्होंने मंदिरों के संरक्षण से लेकर गरीबों की समृद्धि तक अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रधानमंत्री ने बताया कि देवी अहिल्याबाई जहां भी जाती थीं, शिवलिंग अपने साथ रखती थीं और उनका जीवन धार्मिक और सामाजिक समर्पण का अद्भुत उदाहरण है। काशी जैसे पवित्र नगर में भी उन्होंने विकास और धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार का काम किया। आज काशी में उनकी मूर्ति देखकर हर भारतीय गर्व महसूस करता है।
उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने लगभग 300 साल पहले जिन कार्यों की नींव रखी, वे आज भी शासन और विकास की मिसाल हैं। नहरों का जाल बिछाकर कृषि को सशक्त बनाना, उद्योगों को प्रोत्साहित करना और जनसेवा को सर्वोपरि रखना उनके नेतृत्व के आधार स्तंभ थे। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों जैसे मेट्रो और एयरपोर्ट परियोजनाओं की भी सराहना की और कहा कि यह सब देवी अहिल्याबाई के विचारों पर आधारित सुशासन का परिणाम है।
देश में बने 4 करोड़ घर
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश में महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। अब तक चार करोड़ से अधिक घर बनाए जा चुके हैं, जिनमें अधिकांश घरों का मालिकाना हक माताओं और बहनों के नाम पर है। यह कई महिलाओं के लिए पहला अवसर रहा, जब उनके नाम कोई संपत्ति दर्ज हुई है। सरकार ने हर घर तक जल पहुंचाने का कार्य भी तीव्रता से किया है। पहले जिन घरों में शौचालय, बिजली, एलपीजी गैस जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं थीं, वहां अब सुविधा और सम्मान दोनों पहुंचे हैं। पहले माताएं और बहनें बीमारी छिपाने को मजबूर थीं, लेकिन अब आयुष्मान भारत योजना के तहत हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है।
महिलाओं को मिल रहा बिना गारंटी ऋण
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मुद्रा योजना के माध्यम से बिना गारंटी ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। ‘लखपति दीदी’ योजना के तहत सरकार तीन करोड़ महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है, जिसमें डेढ़ करोड़ से अधिक महिलाएं पहले ही शामिल हो चुकी हैं। खेती में टेक्नोलॉजी की भागीदारी बढ़ाते हुए ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना की शुरुआत हुई है, जिससे महिलाओं की आमदनी में वृद्धि हो रही है। आज बेटियां विज्ञान, गणित, चिकित्सा और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं। चंद्रयान-3 मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिकों की भागीदारी इसका प्रमाण है।