PM Modi Bhopal : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में होने वाले निवेश के महाकुंभ में पीएम मोदी पहुंच चुके है। पीएम मोदी ने ग्लोबल इंवेस्टर समिट का शुभारंभ कर दिया है। समिट में हिस्सा लेने के लिए देश विदेश के नामी उद्योगपति भोपाल पहुंचे है। इस महासमिट का आयोजन भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्राहलय में किया जा रहा है। ग्लोबल इंवेस्टर समिट के शुभारंभ से पहले सीएम मोहन यादव ने पीएम मोदी का स्वागत किया। सीएम मोहन ने आगे कहा कि में पीएम मोदी का आभार मानता हूं। जिनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश उड़ान भर रहा है।
पीएम मोदी ने मांगी माफी
ग्लोबल इंवेस्टर समिट के शुभारंभ के बाद पीएम मोदी ने समिट को संबोधित करते हुए भोपाल वासियों से माफी मांगी। पीएम मोदी ने समिट के चलते शहर के लोगों को हुई यातायात परेशानी को लेकर माफी मांगी। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यहां आने में बिलंव हुआ। इसके लिए में क्षमा चाहता हूं।
मोदी ने क्यों मांगी माफी?
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बिलंब इसलिए हुआ क्योंकि में कल जब में पहुंचा तो एक बार ध्यान में आई की आज 10वीं और 12वीं के छात्रों का एक्जाम है। और उसका समय और मेरा राजभवन से मिलने का समय एक है। इसके चलते संभावना थी की अगर रास्ते बंद हो जाए और बच्चों को परीक्षा देने में देरी हो जाए। इसलिए बच्चे अपने परीक्षा केन्द्र पहुंच जाए इसके बाद ही में राजभवन से निकलू ऐसा मेने सोचा। और मेने निकलने में ही 15 से 20 मिनट लेट कर दिया। इसके लिए में एक बार फिर छमा मांगता हूं।
एमपी में निवेश की संभावनाएं
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा की इन्वेस्ट के लिए एमपी में यही सही समय है कृषि में भारत टॉप पर है। मिनरल,कृषि में एमपी बेहतर है। मध्यप्रदेश में निवेश के लिए हर संभावनाएं हैं। एमपी ईवी क्रांति के लिए लीडिंग राज्य में से एक है। राज्य में 2 लाख ईवी रजिस्टर्ड हुए है। पहले लोग एमपी में निवेश करने से डरते थे। आज मध्यप्रदेश ने देश के टॉप स्टेटों में अपनी जगह बना ली है। प्रदेश में भाजपा सरकार ने 20 सालों बहुत काम किया है। पहले प्रदेश में पानी, काननू व्यवस्थाएं खराब थी, लेकिन आज परिवर्तन देखा जा रहा है।
अदाणी का ऐलान
कार्यक्रम के दौरान वीडियो के माध्यम से गौतम अदाणी ने बड़ा ऐलान किया है। अदाणी ने प्रदेश में माइनिंग, स्मार्ट व्हीकल और एनर्जी सेक्टर में 1 लाख 10 हजार करोड़ रूपये के निवेश का ऐलान किया है। अदाणी ने कहा की इस निवेश से प्रदेश के 1 लाख 20 हजार लोगों को 2030 तक रोजगार मिलेगा।