भोपाल : कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिपण्णी करना मंत्री विजय शाह को महंगा पड़ गया। आज राजनीतिक गलियारों में उनके बयान की जमकर निंदा हो रही है। विरोधी पार्टी के साथ साथ उनकी खुद की पार्टी मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है। बावजूद इसके मंत्री ने अभी तक अपने पद और पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया। जिसको लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विजय शाह के साथ साथ बीजेपी पर तंज कस्ते हुए कहा कि विजय शाह के बयान से साफ़ हो गया है कि BJP ने कर्नल सोफिया कुरैशी को प्रवक्ता क्यों बनाया।
4 आतंकी कौन थे उनका पता नही चल पाया
ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भारत की सेना और सूचना तंत्र को बधाई देते हुए कहा कि सही टारगेट तय कर पहलगाम का बदला लिया गया। लेकिन पहलगाम में हमला करने वाले वो 4 आतंकी कौन थे उनका पता नही चल पाया । हिन्दू मुस्लाम की संघी विचारधारा लोगों में घर कर गई है।
भाजपा के सभी नेताओं के विचार एक जैसे
कर्नल सोफिया कुरैशी को प्रवक्ता क्यों बनाया गया, ये विजय शाह के बयान से साफ हो गया है। संघी ट्रोल आर्मी ने इसे ट्रोल किया है। इससे साफ होता है कि भाजपा के सभी नेताओं के ये ही विचार है। बीजेपी ने 12 मई से अब तक विजय शाह पर कोई करवाई नही की। जो की काफी निराशा जनक बात है।
भाजपा के लिए "पार्टी पहले, देश बाद में"
इधर, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए भाजपा के मंत्री विजय शाह पर कोर्ट के आदेश के बाद FIR दर्ज हुई है। जब विजय शाह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार पर अभद्र टिप्पणी करते हैं। तो भाजपा तुरन्त उनसे इस्तीफा ले लेती है। लेकिन जब वही मंत्री सेना की बहादुर अफसर पर अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करते हैं। मुख्यमंत्री जी "मौन" साध लेते है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा के लिए "पार्टी पहले, देश बाद में" का सिद्धांत ही सर्वोपरि है।