भोपाल : महात्मा ज्योतिबा राव फुले और उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म फुले 25 अप्रैल को सिनेमा घरों में रिलीज़ कर दी गई है। यह फिल्म रिलीज़ होने से पहले हालांकि विवादों में रही, लेकिन रिलीज़ होने के बाद दर्शकों द्वारा फिल्म को खूब पसंद किया गया। इसी कड़ी में आज राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पार्टी के दिग्गज नेताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म फुले देखेंगे। इसको लेकर थिएटर में सभी के लिए कुल 340 सीट्स बुक की गई है।
शाम 6.30 बजे डीबी मॉल में कांग्रेस कार्यकर्ता देखेंगे फिल्म
जानकारी के मुताबिक शाम 6.30 बजे डीबी मॉल में कांग्रेस कार्यकर्ता फिल्म देखेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए 340 सीट्स बुक की गई है। दिग्विजय सिंह का उद्देश्य पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को फुले के समतावादी विचारों और सामाजिक न्याय के संघर्ष से परिचित कराना है। फ़िल्म फुले महात्मा ज्योतिराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन और संघर्ष पर आधारित है। यह फिल्म भारत में जाति और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ फुले दंपति के संघर्ष को दिखाती है। इस फिल्म में पहली बार अभिनेत्री पत्रलेखा और अभिनेता प्रतीक गांधी एक साथ स्क्रीन शेयर करते नजर आएंगे।
'फुले' की कहानी
साल 1848 से 1897 तक के कालखंड में फैली यह फिल्म ज्योति राव फुले (प्रतीक गांधी) और उनकी हमसफर सावित्री बाई (पत्रलेखा) को श्रद्धांजलि है। फिल्म दिखाती है कि कैसे फूलों की खेती करने वाले ज्योतिबा फुले ने अपनी संगिनी सावित्री के साथ मिलकर समाज के वर्ण व्यवस्था की चूलें हिला दी थीं। जहां 13 साल की उम्र में लड़कियों को ब्याह कर दूसरे घर भेजने का रिवाज था, इस दंपति ने बेटियों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया। उसके लिए बाहरवालों-घरवालों सबका विरोध सहा, लाठी खाई, तमाम अपमान सहे पर इस महायुद्ध में डटे रहे। फ्रांस की क्रांति से प्रभावित ज्योतिबा, समान समाज के अपने सपने के लिए ताउम्र जुटे रहे, जिसमें उनकी पत्नी और देश की पहली महिला शिक्षिक सावित्री बाई मजबूती से साथ खड़ी रहीं।